कदमा: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, कदमा शाखा की ओर से दीपावली एवं भाई दूज के पावन अवसर पर आज रूहानी स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शहर के प्रमुख समाजसेवियों सहित विभिन्न समुदायों और वर्गों से बड़ी संख्या में भाई-बहन शामिल हुए। सभी अतिथियों के स्वागत में बच्चों ने सुंदर नृत्य प्रस्तुति दी, जिसने सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में ब्रह्मकुमारी बहनों ने उपस्थित सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और आत्मिक स्मृति का तिलक लगाया। कदमा शाखा की प्रभारी संजू दीदी ने सभी को दीपावली के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दीप जलाने का सच्चा अर्थ अपनी आत्मिक स्मृति और शक्ति को जागृत करना है। उन्होंने समझाया कि दिया से दिया जलाना यानी स्वयं के साथ दूसरों को भी जगाना है ताकि हर घर में सुख, शांति और समृद्धि की सच्ची रोशनी फैल सके।
संजू दीदी ने यह भी बताया कि जैसे हम दीपावली पर अपने घरों की सफाई करते हैं और सभी कूड़े-कचरे को बाहर कर देते हैं, वैसे ही हमें अपने मन रूपी मंदिर की सफाई करनी चाहिए, उसे दैवी गुणों और शक्तियों से सजाना चाहिए, और बुरे संस्कारों व विकारों को सदा के लिए त्याग देना चाहिए। उन्होंने रामायण का संदर्भ देते हुए कहा कि जब रावण वध के बाद प्रभु श्रीराम अयोध्या में वापस आए, तो दीपावली का पर्व मनाया गया। इसी प्रकार आज के कलयुग में आत्माएं रावण रूपी पांच विकारों के बंधन में हैं। जब ये आत्माएं परमपिता के सानिध्य में इन विकारों से मुक्त होंगी, तभी भारत में सतयुगी रामराज्य की स्थापना होगी और सही मायनों में सच्ची दीपावली मनाई जाएगी, जहां हर घर में खुशियां होंगी।
कार्यक्रम की सफलता में ब्रह्मकुमारी संजू बहन, प्रीति बहन, गोपाल भाई, दिनेश भाई और ब्रह्मकुमारीज परिवार से जुड़े भाई-बहनों का सहयोग सराहनीय रहा। अंत में सभी ने एक स्वर में “ओम शांति” का उच्चारण कर परमशांति की कामना की।