कोलकाता/जमशेदपुर, 25 अक्टूबर 2024: टाटा स्टील को खनन क्षेत्र में महिलाओं और ट्रांसपर्सन को हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी (एचईएमएम) ऑपरेटर्स के रूप में शामिल करने के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान 24 अक्टूबर को कोलकाता में “वुमन इन माइनिंग इंडिया” द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रदान किया गया।
उद्योग निकाय “वुमन इन माइनिंग इंडिया” ने “फ्यूचर रेडी माइनिंग: पीपल, प्लैनेट और प्रॉफिट का संतुलन” विषय पर आधारित इस संगोष्ठी के लिए ऑस्ट्रेलियन ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट कमीशन के साथ सहयोग किया।
टाटा स्टील की “मोज़ेक – डाइवर्सिटी और इंक्लूजन पहल” को विविधता और समावेशिता को बढ़ावा देने और खनन क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए हॉल ऑफ फ़ेम में सम्मानित किया गया। इस पहल के माध्यम से टाटा स्टील ने न केवल ट्रांसपर्सन कर्मचारियों को अपने खनन कार्यों में शामिल किया, बल्कि भारत में ऐसा करने वाली पहली कंपनी बनकर उद्योग में समावेशिता के लिए एक नया मानदंड भी स्थापित किया है।
टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (रॉ मेटेरियल्स) डी.बी. सुंदरा रामम ने अपने वक्तव्य में कहा, “टाटा स्टील में, हम मानते हैं कि विविधता और समावेशिता नवाचार और सफलता के महत्वपूर्ण कारक हैं। एक समावेशी वातावरण को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता हमारे सभी कर्मचारियों को अपनी पूरी क्षमता तक पहुँचने के लिए सशक्त बनाती है, और हमें गर्व है कि हमारे प्रयासों को ऐसे प्रतिष्ठित मंच पर सराहना मिली है।”
2019 में टाटा स्टील ने खदानों में महिलाओं की भागीदारी की नींव रखी, ताकि महिला ऑपरेटरों को प्रशिक्षण और मेंटरशिप के माध्यम से सशक्त बनाया जा सके। इस पहल ने न केवल लैंगिक समानता को बढ़ावा दिया बल्कि संगठन को उन अनूठे कौशल और संचालन में नए दृष्टिकोणों का लाभ भी मिला, जो महिलाएं इस क्षेत्र में लेकर आती हैं।
“विविधता” की परिभाषा को एक नया आयाम देते हुए और सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने के उद्देश्य से, 2021 में 12 ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को एचईएमएम ऑपरेटर के रूप में शामिल करने का एक क्रांतिकारी कदम उठाया गया। आज, महिलाएं और ट्रांसपर्सन कर्मचारी झरिया, नोआमुंडी और पश्चिम बोकारो जैसे विभिन्न खनन स्थलों पर सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।
इसने लिंग पहचान, भेदभाव-विरोधी नीतियों, समान लाभों और जेंडर-न्यूट्रल सुविधाओं के चारों ओर सहायक नीतियों के निर्माण के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया, जिससे ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को कार्यस्थल पर अपनी अहमियत और सुरक्षा का अनुभव हुआ। टाटा स्टील हर व्यक्ति के योगदान को महत्व देने और विविधताओं को अपनाते हुए एक अधिक सशक्त और नवाचारी भविष्य के निर्माण के लिए समर्पित है।
“वुमन इन माइनिंग इंडिया” की शुरूआत नवंबर 2022 में एक उद्योग निकाय के रूप में हुई, जो 6 महाद्वीपों और 38 देशों में फैले एक वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के रोजगार, स्थायित्व, सशक्तिकरण और उन्नति को बढ़ावा देना है। यह प्रभावशाली कार्यक्रमों के माध्यम से संवाद और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करता है, जिसमें कॉर्पोरेट और संस्थानों के साथ सक्रिय सहयोग शामिल है।
संगोष्ठी में प्रमुख धातु और खनन कंपनियों के वैश्विक प्रतिनिधि, निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के अधिकारी, उद्यमी, व्यवसाय के मालिक, शिक्षाविद, और सलाहकार जैसे विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हुए, जो धातु और खनन क्षेत्र में अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करने के लिए एकत्रित हुए थे।