जमशेदपुर | झारखण्ड
बजरंग सेवा संस्थान के द्वारा जमशेदपुर के वैसे लोगो का अभिनंदन शुरू हुआ, जिन्होंने राम मंदिर बनवाने के लिए 90 के दौर से संघर्ष किया है। उसमे अयोध्या जाकर आंदोलन हो, शहर में एक ईट हर घर से जुटाना हो या फिर मंदिर के लिए जनजागरण हो ऐसे सभी सम्मानित लोगो का अभिनंदन शुरू हो गया है। 1990 में अयोध्या कूच करने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस से गिरफ़्तार होने बाद आँख में धूल झोंक कर अयोध्या पहुँचने वाले प्रकाश मेहता का सांसद विद्युत वरन् महतो के द्वारा हुआ अभिनंदन।
प्रकाश मेहता ने सुनाई 1990 की दास्तान
प्रकाश मेहता ने बताया की उस वक्त जमशेदपुर से निकले कारसेवक के ट्रेन को बम के नाम पर रोक लिया गया था। काफ़ी बवाल करने पर वहा से निकलने के बाद उत्तर प्रदेश में गिरफ़्तारी की योजना थी ट्रेन से उतर कर खेतों के रास्ते आगे बढ़े फिर ट्रेन पकड़े कुछ दूर बढ़े हमारी गिरफ़्तारी हो गई कैम्प जेल में रखा गया, रात होने पर दीवार फाँध कर भागे और एक ग्रामीण के घर रुके। वहा पुलिस पहुँच गई पर वो घर वाले अपना बाल मुड़वा कर अपने बुजुर्ग के तस्वीर पर माला पहना दिया और ऐसा कर दिया जैसे श्राद्ध हुआ है और हम रिश्तेदार है। जिसके चलते हम सब बचे और अयोध्या पहुँच पाए। हम अपना कार्य पूरा कर पाए।
बजरंग सेवा संस्थान के संस्थापक सागर तिवारी ने कहा की प्रकाश मेहता से जो जानकारी मिला ऐसा तो हम सब केवल फ़िल्म में देखते आए हैं क्या संघर्ष इन्होंने किया है। कारसेवक पर जमशेदपुर से एक फ़िल्म बननी चाहिए ताकि पूरे समाज को राम मंदिर संघर्ष की जानकारी मिल सके।
ये सम्मान 22 जनवरी तक लगातार जारी रहेगा। इसमें मुख्य रूप से सांसद विद्युतवरण महतो, सागर तिवारी, संजीव कुमार, धर्मबीर महतो, चिंटू सिंह, प्रदीप सिंह, रामेश्वर चौधरी, सूरज तिवारी, वैंकेट, एव निखिल सिंह उपस्थित थे।