जमशेदपुर । झारखण्ड
भाजपा नेता अभय सिंह के नेतृत्व में रविवार को मानगो के राजस्थान धर्मशाला से प्रभु श्रीराम की शोभायात्रा निकाली गई। इस मौके पर राम भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। यह यात्रा राजस्थान धर्मशाला मानगो से शुरू होकर बबुआ सिंह अखाड़ा बजरंग बली मंदिर तक निकली। जिसमें राम भक्तों का उत्साह व उल्लास देखते बन रहा था। क्या बच्चे, क्या बूढ़े, क्या महिलाएं, क्या पुरूष सभी भगवान राम की भक्ति में झूमते हुए नज़र आये। शोभा यात्रा में ढोल नगाड़ों के साथ लाइट और झाँकी ने चार चांद लगाने का कार्य किया। डिमना रोड, दाईगुट्टू, पुरुलिया रोड एवं मानगो के अन्य इलाकों के साथ साथ शहर के विभिन्न हिस्सों से रामभक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर इस शोभायात्रा को एक भव्य रूप दिया। झाँकी में उपस्थित प्रभु श्रीराम, जानकी, लक्ष्मण एवं बजरंगबली के किरदारों को देखने और उन्हें पूजने में भक्तों ने कोई कसर नहीं छोड़ा। जय श्रीराम के गगनभेदी नारों से पूरा मानगो गूँज उठा। रामभक्तों ने पुष्पों की वर्षा झाँकी के ऊपर की और उन्हें पूरी आस्था के साथ यात्रा में शामिल हुए। वहीं डीजे में बज रहे भगवान श्रीराम के गानों पर भक्त नाचते, गाते, झूमते नज़र आये शोभा यात्रा में रामभक्तों के जनसैलाब ऐसा था कि पूरा मानगो जैसे थम गया हो। यातायात भी कुछ देर के लिए बाधित हुई, लेकिन कार्यकर्तओं ने बहुत ही सुंदर तरीके से आने जाने वालों के लिए रास्ता बनाया। वैसे आने जाने वाले लोगों ने भी प्रभु श्रीराम की इस यात्रा में बिना जल्दबाजी किये अपना सहयोग दिया और भक्त गाड़ी के अंदर से भी जय श्रीराम के नारे लगा कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे थे।
इस पावन अवसर पर भाजपा नेता अभय सिंह ने कहा कि जमशेदपुर के इतिहास में यह एक ऐतिहासिक शोभायात्रा है, जिसमें हजारों हज़ार की संख्या में रामभक्त शामिल हुए। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीराम के प्राणप्रतिष्ठा के दिन सभी अपने घरों में दिया जलाकर दीवाली मनाए और अपने नजदीक के मंदिर में भी जाकर दीपक जलाएं और प्रभु श्रीराम की पूजा अर्चना करें। अभय सिंह ने रामभक्तों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज इस शोभायात्रा में शामिल भक्तजनों का उत्साह और उल्लास देखकर यह यकीन हो गया है कि 22 जनवरी के दिन सिर्फ अयोध्या में ही नहीं अपितु पूरे देश में दीवाली मनाई जाएगी।
उन्होंने राम मंदिर के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले राम भक्तों को नमन करते हुए कहा कि आज उन सभी रामभक्तों का सपना साकार हुआ है जिन्होंने प्रभु श्रीराम के लिए बलिदान दिया। हमें उनके बलिदानों को कतई नहीं भूलना चाहिए। श्री सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए बोला कि जिस तरह से भक्तों ने इस यात्रा को राममय बनाया है और जिस हर्षोल्लास के साथ शामिल हुए इससे हृदय प्रफुल्लित हो गया है।
इस भक्तिमय शोभायात्रा के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के कार्यकर्तागण, मुन्ना दुबे, हेमन्त सिंह, विकास सिंह, राजीव रंजन सिंह, धर्मेंद्र प्रसाद, नरेश अग्रवाल, पप्पू सिंह, हलधर नारायण साह, रविंदर सिंह रिंकू, भूषण दीक्षित, किशोर ओझा, आलोक वाजपेयी, वीरेन्द्र सिंह, कन्हैया पुष्टि, शशि दुबे, राजेश त्रिपाठी, मनीष शर्मा, नितेश सिंह, अंकित शुक्ला, लोकनाथ त्रिपाठी, बंटी सिंह, कन्हैया सिंह, चंद्रशेखर मिश्रा, बलबीर मंडल, अमित शर्मा, संजीव सिन्हा, जितेंद्र राय, सुमित श्रीवास्तव,विमल बैठा, प्रीति सिन्हा, रीना साहू, राजेश सिंह, अमन ठाकुर, ललन चौहान, संजीत शर्मा, प्रमोद मिश्रा, संजय सिंह बबुआ अखाड़ा समिति, प्रमोद सिंह उर्फ मल्लू, सुनील सिंह, नीलकमल शेखर, चुन्नू सिंह, गंगाप्रसाद साहू, शिवप्रकाश शर्मा, दशरथ चौबे , राजपति देवी , राजकुमार सिंह , ओंकार सिंह, शोभा श्रीवास्तव, राजेश सिंह, वीरेंद्र मलिक, प्रशांत पोद्दार, शेखर राव, शम्भू त्रिवेदी, राजीव सिंह, विनोद सिंह, मनोज सिंह, पवन सिंह, खुशी ओझा, बालीगुमा से राजेश सिंह, अशोक गौड़, निरंजन झा, गणेश विद्यार्थी, अमरेंद्र पासवान, संधू देवी, रविंदर सिसोदिया, विपिन झा, छोटन मिश्रा, डॉ अनिल सिंह, सुशील पांडे, संतोष गुप्ता, राकेश लोधी, भोला पांडे, सुनील केशरी, रेखा सिंह, मनीष चौधरी, रविंदर तिवारी, मनीष बाबा, अभिषेक बैद्य, अखिलेश सिंह, अनिकेश, विजय तिवारी, बबलू सिंह वैश्य, बंटी गुप्ता, विद्याशंकर, विनोद सिंह, धनन्जय सिंह, दीपक तिवारी, गोपी चौधरी, कहिंझाय ओझा, अजय लोहार, भारती केशरी, विजय ओझा, विकास जायसवाल, अर्जुन शर्मा, लाला जोशी, प्रकाश चौधरी, जितेंद्र यादव, काली शर्मा, विजय सिंह, रामसकल तिवारी, रेणु शर्मा, संजय मिश्रा, संतोष चौहान, सुशील सिंह, सुशीला शर्मा, मृत्युंजय सिंह, राकेश चौबे, अनिरुद्ध गिरी के साथ साथ हज़ारों की तादाद में राम भक्त शामिल हुए। शोभा यात्रा मे जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी चौकस दिखी। शोभा यात्रा शांति पूर्ण ढंग से सफल हो, इसके लिए पर्याप्त संख्या में पुलीस महकमा भी साथ साथ चल रही थी और कड़ी रूप से नजर भी रख रही थी, ताकि शोभा यात्रा के दौरान कहीं कोई अनहोनी घटना नही घट पाए।