चक्रधरपुर (जय कुमार) : चक्रधरपुर विधानसभा के पोड़ाहाट स्टेडियम में शानिवार को परिर्वतन सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में “ना हम कहेंगे, ना हम सहेंगे, बस बदल के रहेंगे” के नारे के साथ भाजपाइयों ने प्रदेश की हेमंत सोरेन की सरकार पर जमकर हमला बोला। वहीं प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, आज प्रदेश की जनता को परिवर्तन की जरूरत क्यों पड़ रही है, क्योंकि इस सरकार ने जनता को ठगा है। बस परिवार को आगे बढ़ाने के साथ राज्य के बालू, पत्थर और जमीन को बेचने का काम किया है।
उन्होंने कहा इस सरकार ने पांच वर्षों तक कुछ नहीं किया, बस चुनाव की हड़बड़ी में पति पत्नी मंईयां सम्मान योजना के नाम पर महिलाओं को ठग रहे है। साथ ही इस सरकार ने कई वादे किए जिसे इस सरकार ने पूरा नहीं किया। हरा कार्ड देकर गरीबों को ठगा जिसमे कोई अनाज नहीं मिलता।
इस सरकार ने विकलांगो को ठगा, युवाओं को ठगा मगर आज तक बेरोजगारी भत्ता के नाम पर पांच हज़ार रुपए नही दिया। हेमंत सोरेन ने आपने पिता की कसम खाकर कहा था वादे पूरे करेंगे नही तो राजनीति से सन्यास ले लेंगे, मगर ना वादे पूरे हुए और न ही उन्होंने राजनीती से संन्यास लिया।
इस सरकार ने अफरा-तफरी में उत्पाद सिपाही की बहाली करवा कर कई युवाओं की जान ले लिया। मगर आज तक इस सरकार के किसी भी मंत्री उन युवाओं के घर नही गए।
इस सरकार ने आदिवासियों को ठगा मगर भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपई के नेतृत्व में झारखंड राज्य को बनाने का काम किया था। और आज यह भाजपा की ही सरकार है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा के जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रुप में मनाने को घोषणा की। भाजपा जो वादा करती है वो पूरा करती है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के जैसे जानता को ठगने का काम नहीं करती।
परिवर्तन सभा में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, दिनेशानंद गोस्वामी, प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गागराई, पुर्व विधायक शशिभूषण सामड, लक्षण टुडू, महीला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष मालती गिलुवा, राज्य अल्पसंख्यक अयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अशोक षाडंगी, विधानसभा प्रभारी मनोज सिंह, जिला अध्यक्ष संजय पाण्डेय, जिला उपाध्यक्ष विजय मेलगांड़ी, पवन शंकर पाण्डेय, ललित मोहन गिलुवा, ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष प्रेम प्रधान, जिला मंत्री सुरेश साव, नगर अध्यक्ष विनोद शर्मा, अशोक दास, संजय मिश्रा, दीपक सिंह, धीरज साव, अभिजीत भट्टाचार्य, परमेंद्र चौहान सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्त्ता मौजुद रहें ।