चाईबासा/टोंटो (जय कुमार) : बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने ‘घंटा बजाओ, सरकार जगाओ’ कार्यक्रम के तहत टोंटो प्रखंड कार्यालय के समक्ष वनपट्टा दिलाने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के माध्यम से हेमंत सोरेन सरकार की आलोचना की गई, जिसमें कोड़ा ने कहा कि सरकार ने चुनाव से पहले भूमिहीनों को जमीन और वन पट्टा अधिकार देने का वादा किया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि वन पट्टा आदिवासी समुदायों के अस्तित्व और आजीविका के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनकी सामाजिक और आर्थिक गतिविधियां वनों पर निर्भर हैं।
वन पट्टा नहीं मिलने से कई सरकारी सुविधाओं के लिए आवश्यक कागजात, जैसे जाति प्रमाण पत्र, नहीं बन पा रहे हैं। धरना-प्रदर्शन में कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें लेबेया लागुरी, बाबूराम लागुरी, रमेश बालमुचू, महाती लागुरी, सुखदेव पान, मुकेश दास, सिद्धार्थ बोदरा, और अन्य स्थानीय नेता मौजूद थे। उन्होंने वनपट्टा के अधिकार के लिए आंदोलन में हिस्सा लिया और इसे लेकर सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की।