सरयू राय पर लगा 3 करोड़ 38 लाख 26 हजार 473 रुपये की अनियमितताओं में शामिल होने का आरोप।
जमशेदपुर। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास चॉकलेट खाकर हाथी उड़ा रहे थे, तब खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय आहार (आहार पत्रिका) का आनंद ले रहे थे. उक्त बातें पूर्व सांसद सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. अजय कुमार ने रविवार को परिसदन में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि दूसरों की भ्रष्टाचार उजागर करने में माहिर सरयू राय झुठ बोलने में उस्ताद हैं.
जानकारी होने के बावजूद वे केवल वही बात सार्वजनिक करते है जिससे उनको लाभ हो. आहार पत्रिका मामले में सरयू राय पर अनियमितता करने के आरोप लगे. इस संबंध में सरयू राय समेत चार लोगों के खिलाफ रांची पुलिस ने भ्रष्टाचार के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. रांची के अरगोड़ा थाने पुलिस द्वारा इस मामले में भारतीय न्याय संहिता धारा 403,406,408,409,420 एवं भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 की धारा 7, 11, 12 एवं 13(2) के अंतर्गत केस किया गया है.
डॉ. अजय ने कहा कि रांची के अरगोड़ा निवासी मनोज सिंह ने आरोप लगाया है कि पूर्व मंत्री सरयू राय 3 करोड़ 38 लाख 26 हजार 473 रुपये की अनियमितताओं में शामिल हैं. इससे पूर्व डोरंडा थाना रांची में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सरयू राय पर प्राथमिकी संख्या 105/2022 दिनांक 2.05.2022 दायर किया गया था. जिस मामले में आरोप पत्र गठित किया जा चुका है.
एमपी एमएलए कोर्ट में चार्जशिट दाखिल हो चुकी है एवं माननीय न्यायलय ने मामले को संज्ञान लेते हुए 13 सितंबर को हाजिर होने को कहा है. अभी पिछले सप्ताह ही दिनांक 30.08.2024 को सरयू राय से जुड़ी उनकी महिला मित्र मधु और उनके साथियों पर रांची के माननीय न्यायलय में सुखो मुखी द्वारा शिकायतवाद संख्या 0025274/ 2024 दायर की गई है. जो किसी ग्राम्या नामक संस्था से जुड़ा मामला है.
सरयू राय का बाबा कंप्यूटर से बहुत करीबी रिश्ता है. बाबा कम्प्यूटर्स को दिया गया कार्य बाजार मूल्य एवं सरकार द्वारा निर्धारित दर से आठ गुणा अधिक था. जो कि भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है. खाद्य बुलेटिन आहार पत्रिका मामले को दबाने की मंशा से अपने करीबी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सुनील शंकर को रिटायर होने से कुछ दिन पहले धनबाद में तैनात किया गया. सरयू राय जी बताएं ऐसा क्यों किया गया.
ईमानदार होने का मुखौटा उतर गया
डॉ. अजय ने कहा कि अभी तक ईमानदार होने का मुखौटा लगाए सरयू राय का असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है. उन्होंने कहा कि एनजीटी मामले में भी सरयू राय ने जानकारी होने के बावजूद लोगों को धोखा देने का काम किया. जब मैंने एनजीटी के ऑर्डर की कॉपी सावर्जनिक की तब उन्होंने स्वीकार किया कि अर्जुन मुंडा ने ही एनजीटी में शिकायत की थी.