जमशेदपुर : मुरली ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन्स के तहत आज दिनांक 26 अगस्त 2024 को मुरली पारा मेडिकल रिसर्च कॉलेज में ‘श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव’ का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रीकृष्ण, जिन्हें नंद के लाल, नटवरनागर जैसे अनेक नामों से जाना जाता है, के जीवन और उनके द्वारा दी गई शिक्षाओं को याद किया गया। श्रीकृष्ण द्वारा गीता में कहा गया श्लोक ‘कर्म कीजिए फल की चिंता मत करो’ को जीवन का मूल मंत्र बताया गया।
उत्सव की शुरुआत आदरणीय डायरेक्टर डॉ. नूतन रानी जी द्वारा श्रीकृष्ण के चित्र पर माला अर्पण के साथ हुई। उन्होंने कहा कि वासुदेव और देवकी के गर्भ से जन्मे श्रीकृष्ण का लालन-पालन माता यशोदा ने किया। श्रीकृष्ण की सुदामा से मित्रता और द्रौपदी के प्रति सखा भाव को जीवन में प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि नारी जाति का सम्मान करना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
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मेडिकल के छात्रों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। सुश्री निशा, सुश्री मुस्कान, और सुश्री अनु ने ‘कृष्ण जन्म’ नाटक का मंचन किया, जबकि सुश्री आरती ने श्रीकृष्ण भजन प्रस्तुत किया। सुश्री उमा कर्मकार और श्रीमती बंगबली ने ‘राधा कृष्ण नृत्य नाटिका’ प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।
इस अवसर पर शिक्षिका प्रियंका तिवारी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण न केवल आध्यात्मिक गुरु हैं, बल्कि मानवता के भी गुरु हैं। शिक्षिका श्रीमती मालती, श्रीमती मिताली, और श्रीमान प्रदीप कुमार राय ने भी श्रीकृष्ण के जीवन और उनकी शिक्षाओं पर अपने विचार साझा किए। शिक्षिका श्रीमती टीना ने कहा कि श्रीकृष्ण के जीवन से हमें मानवता और प्रेम का पाठ सीखना चाहिए। अंत में धन्यवाद ज्ञापन सुश्री सुशीला कुमारी द्वारा किया गया।