जमशेदपुर | झारखण्ड
झारखंड में उपजे राजनैतिक संकट के मद्देनजर आज एस यू सी आई (कम्युनिस्ट) पार्टी की झारखंड राज्य सांगठनिक कमिटी की आपातकालीन बैठक हुई। इस बैठक में लिये गये निर्णय के आलोक में बयान जारी करते हुए पार्टी राज्य सचिव कॉमरेड रबीन समाजपति ने निम्नलिखित बयान जारी किया।
आज केन्द्र में सत्तासीन भाजपा सरकार जिस तरह से एक के बाद एक विपक्षी पार्टियों द्वारा शासित राज्यों में सरकार गिराने, विपक्षी पार्टियों को तोड़ने, सांसद-विधायकों की खरीद-फरोख्त, विपक्षी नेताओं की जासूसी और उनकी गिरफ्तारी आदि करके येन-केन प्रकारेण 2024 का चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है, हमारी पार्टी इसकी तीव्र भर्त्सना करती है। भारतीय लोकतंत्र की यूं हत्या होते देख कोई भी जिम्मेवार नागरिक चुप नहीं बैठ सकता।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यदि कुछ गलत किया है तो उनको सजा मिलनी चाहिए। परंतु क्या वाकई यह मोदी सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम है? यदि ऐसा है तो भाजपा के भ्रष्ट नेता मंत्री के घर क्यों ई डी, सीबीआई का रेड नहीं हो रहा है? विपक्षी पार्टी में रहते हुए जिन नेताओं पर कार्यवाई हो रही थी, भाजपा में शामिल होते ही उन नेताओं का सारा फाइल कैसे बंद हो जाता है? क्या हेमंत सोरेन यदि भाजपा गठबंधन में शामिल हो जाने के लिए तैयार हो जाता तो उन पर यह कार्यवाई होती?
ठीक लोकसभा चुनाव से पहले तमाम विरोधी नेताओं को जेल में बंद करना, विभिन्न मुकद्दमों में फंसा देना, संसद से सैकड़ों की संख्या में विपक्षी सांसदों को एक साथ बरखास्त कर देना इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि देश में तानाशाही तेजी से भारतीय लोकतंत्र को ग्रस रही है। एक चुनी हुई सरकार के मुख्यमंत्री के खिलाफ यदि कोई भ्रष्टाचार का आरोप है तो उसे पहले कोर्ट में दाखिल करें, कोर्ट में मुकद्दमा चले और यदि दोषी साबित हो तो उसे सजा हो, यही तो होना चाहिए। परंतु मोदी सरकार तानाशाही और मनमानी की राह पर चल पड़ी है। बिहार में मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने के तुरंत बाद बहुमत वाले गठबंधन को सरकार बुलाने का न्योता दिया जाता है परंतु झारखंड में अब तक सरकार बनाने के लिए बहुमत वाले गठबंधन को राज्यपाल सरकार बनाने का न्योता नहीं दे रही है, अर्थात् खरीद-फरोख्त की जमीन तैयार की जा रही है।
हमारी पार्टी इस घिनौनी, फासीवादी राजनीति का तीव्र विरोध करती है और राज्य की जनता से अपील करती है कि मोदी सरकार की नापाक इरादों को विफल करने के लिए आवाज बुलंद करें।