नालंदा । बिहार
बिहार प्रदेश पान कृषक संघ द्वारा बिहार सरकार से पान कृषकों की समस्याओं के समाधान हेतु आगे आये सुभास चंद्र चौरसिया।
उन्होंने 1. बिहार प्रदेश के 17 जिलों में पान की खेती होती है जिससे लाखो परिवार का जीविकोपार्जन होता है। पान को कृषि का दर्जा नहीं रहने से प्रकृति आपदाओं से हुए पान छती मुआवजा नहीं मिलता है और न तो फसल का बीमा होता है न ही किसान क्रेडिट कार्ड ही मिलता है। नतीजतन किसान आर्थिक बदहाली के शिकार होकर पलायन को मजबूर हो जाते हैं।
2.चौरसिया समाज के आबादी का 70 प्रतिशत पान कृषक परिवार से हैं। राजनीतिक शून्यता के कारण पान कृषक अपनी समस्यायों के समाधान के लिए दर दर का ठोकर खाते रहते हैं।
अतः प्रेस के माध्यम से हम बिहार सरकार से मांग करते हैं:
01. पान को कृषि का दर्जा दिया जाय।
02. पान विकास सलाहकार बोर्ड का गठन किया जाय। हमारी समस्या को सरकार तक पहुंचाने के लिए हम सभी प्रेस प्रतिनिधियों के आजीवन आभारी रहेंगे।