जमशेदपुर | झारखण्ड
आज एलबीएसएम कॉलेज जमशेदपुर में टीचर एसोसिएशन ऑफ कोल्हान यूनिवर्सिटी के शिक्षकों का मिलन समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर किया गया। टाकू के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ संजय कुमार सिंह, महासचिव प्रोफेसर इंदल पासवान, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर अशोक कुमार झा, उपाध्यक्ष डॉ विजय प्रकाश, सचिव डा दीपांजय श्रीवास्तव, डा अशोक कुमार रवानी, डॉक्टर संदीप मित्र, डॉ अनिल चंद्र पाठक, डा विनय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया। सर्वप्रथम डा विजय प्रकाश ने स्वागत गीत गाया। महाविद्यालय एवं एल बी एस एम कॉलेज जमशेदपुर शिक्षक संघ की तरफ से सभी टाकू के अधिकारियों को सॉल देकर सम्मानित किया गया।
कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव और टाकू के पूर्व अध्यक्ष डा राजेंद्र भारती, वित पदाधिकारी सह टाकू के कोषाध्यक्ष डा विनय कुमार सिंह, चुनाव पदाधिकारी डा नरेश कुमार, कोल्हान विश्वविद्यालय के सी सी डी सी टाकू के पूर्व सदस्य डा मनोज महापात्रा कॉलेज के प्राचार्य एवं शिक्षक के रूप में आए डा विजय पियूष, डा मुस्ताक अहमद, डा बालकृष्ण बेहरा, डा सरोज कैवर्त,डा जितेंद्र कुमार को सॉल देकर सम्मानित किया गया।
तत्पश्चात 2008 के बाद नियुक्त शिक्षकों को तुलसी पौधा एवं कलम देकर सम्मानित किया गया।
सभी शिक्षकों ने अपना अपना परिचय देकर टाकू के गतिविधियों पर ध्यान आकृष्ट कराया। कार्यक्रम का संचालन डा विनय कुमार गुप्ता, प्रो इंदल पासवान एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो बिनोद कुमार ने किया। इसके बाद विद्यालय परीसर में शिक्षकों द्वारा पौधारोपण किया गया।
समारोह में कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि टाकू छुट्टी कटौती का विरोध करता है। महासचिव प्रो इंदल पासवान ने कहा कि टाकू को मजबूत करने के लिए सभी को आगे आने की जरूरत है। पूर्व अध्यक्ष डा राजेंद्र भारती ने कहा कि मैं अपने को पहले शिक्षक मानता हूं इसलिए बिना कहे शिक्षक के लिए कार्य करना चाहता हूं। कोषाध्यक्ष डा विनय कुमार सिंह ने पी एफ अकाउंट को सही करने के लिए सुझाव दिए। डा विजय पियूष ने अपने जमाने के संघर्ष को याद कराते हुए संघर्ष करने के लिए आव्हान किया। डा जावेद इकबाल, डा बाल कृष्ण बेहेरा, डॉ प्रभात कुमार सिंह, सुभाष चंद्र दास, डॉ अन्तरा कुमारी, डा अजेय वर्मा, डा धर्मेंद्र रजक, डा हरीश कुमार, डा मनोज कुमार साव, डॉ ज्ञानती, डा बसंत, डा स्वाति सोरेन सहित सभी शिक्षकों ने अपने विचार से टाकू को मजबूत करने हेतु विचार प्रस्तुत किए।