जमशेदपुर | झारखण्ड
एक्सएलआरआइ में दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है. वैश्वीकृत दुनिया में सामाजिक और व्यावसायिक उत्तरदायित्व को सक्षम बनाने में नैतिकता के महत्व पर आधारित उक्त कॉन्फ्रेंस में देश के अलावा विदेशों के भी कई प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. जेआरडी टाटा फाउंडेशन फॉर बिजनेस एथिक्स और एक्सएलआरआइ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में देश व दुनिया के 78 से अधिक प्रतिष्ठानों के करीब 150 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. पहले दिन आधुनिक व्यवसाय में नैतिक अभ्यास, स्थिरता और वैश्विक जिम्मेदारी विषय पर चर्चा हुई.
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं निदेशक अमित राज सिन्हा ने सभी को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी उद्यमी के लिए यह आवश्यक है कि वह पहले अपने लक्ष्य को निर्धारित करे, उस लक्ष्य को हासिल करने में ऐसा कोई कार्य नहीं करें, जिससे देश व समाज का किसी भी प्रकार से नुकसान हो. साथ ही उन्होंने अपने लक्ष्य की प्राप्ति में नैतिकता के साथ किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं करने का आह्वान किया. वहीं, इस सम्मेलन के दौरान ही टाटा स्टील की चीफ एथिक्स ऑफिसर सोनी सिन्हा भी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थी.
इस दौरान उन्होंने टाटा स्टील में होने वाले कई एथिकल प्रैक्टिस की जानकारी दी. उन्होंने फ्यूचर लीडर को पर्सनल के साथ ही प्रोफेशनल जीवन में भी किसी प्रकार का कोई नॉन एथिकल कार्य नहीं करने का आह्वान किया. उन्होंने जेआरडी टाटा को कोट करते हुए कहा कि जेआरडी टाटा कहते हैं कि “भौतिक दृष्ट से कोई भी सफलता या उपलब्धि तब तक सार्थक नही हो सकती है जब तक वह देश और उसके लोगों की जरूरतों या हितों की पूर्ति नहीं करता.” इस दौरान उन्होंने कॉर्पोरेट सेक्टर में लांग टर्म सस्टेनेबलिटी के लिए एथिक्स को सबसे मूल कारक बताया. इस अवसर पर एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फादर जॉर्ज सेबेस्टियन के साथ ही जमशेदपुर जेसुइट के प्रोवेंशियल जेरी कुटिना, एक्सएलआरआइ के डीन एकेडमिक्स प्रो. संजय पात्रो, डीन एडमिन डोनाल्ड डिसिल्वा ने भी सभी को इस प्रकार के इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस की उपयोगिता से संबंधित बातें बताई.