जमशेदपुर | झारखण्ड
करीम सिटी कॉलेज के भूगोल विभाग के मौसम पूर्वानुमान केन्द्र का विस्तारीकरण किया जा रहा है जिसमें कुछ नए प्रदूष से संबंधित यंत्रों को स्थपित किया जाएगा। जिसमे मुख्य रूप से Air Pollution से संबंधित यन्त्र लगाए जायेंगे।
याद रहे के कॉविड 19 के बाद विश्व में फैली महामारी ने जहां एक तरफ पूरे विश्व को सजग किया है वहीं दूसरी ओर हर नागरिक अपने स्वास्थ के प्रति भी चिंतित रहने लगा है। जमशेदपुर जैसे औद्योगिक नगर में ये चिंता अति आवश्यक भी हो जाती है।जहां एक ओर औद्योगिक और आण्विक प्रदूषण बढ़ रहा है वहीं जल प्रदूषण भी तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। आम नागरिक को शायद इन सब खतरों की अब तक जानकारी नहीं है। क्योंकि आम नागरिक तो अपने स्वास्थ्य की चिंता करता ही है।
हर नागरिक की घटती स्वस्थ संबंधी सूचकांक यह बतलाते है की जमशेदपुर जैसे शहर में खतरे की घंटी बज चुकी है। क्योंकि ये नगर दिन प्रति दिन वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, स्मोग जैसी समस्याओं से पीड़ित होता जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप मानव तो प्रभावित हो ही रहा है, साथ ही साथ वनस्पतियों और पशु पक्षियों की प्रजातियां भी समाप्त हो रही हैं
इसलिए आवश्यक है की कुछ ऐसे यंत्र लगाए जाएं जिस से Air Quality Index निकाल कर सूचकांक तालिका तैयार की जा सके ताकि हम सभी अपने स्वास्थ के प्रति सजग हो सकें। ऐसे यंत्रों की स्थापना के लिए करीम सिटी कॉलेज के प्रिंसिपल डाक्टर मो. रियाज़ ने भूगोल विभाग के अध्यक्ष को हरी झंडी देखा दी है।अध्यक्ष प्रो अली ने बताया कि हमारा कॉलेज नगर के सीबीडी (CBD) में स्थापित है जहां ऐसे यंत्रों की स्थापना अति आवश्यक हो जाती है।करीम सिटी कॉलेज का भूगोल विभाग सालो भर मौसम पूर्वानुमान केन्द्र के Platform से कार्यक्रम और वर्कशॉप भी आयोजन करता रहता है।
आज के इस कार्यशाला में भी काफी संख्या में छात्र छात्राएं उपास्थि रहे। इस अवसर पर केंद्र की सचिव डॉक्टर फरजाना अंजुम ने महिलाओं के प्रति भी चिंता व्यक्त की क्योंकि ऐसे प्रदुषण का प्रभाव महिलाओं पर जल्दी देखने को मिलता है। इस अवसर पर केंद्र में उपस्थित सभी शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को धन्यवाद देते हुए डॉक्टर पसारूल इस्लाम ने आशा व्यक्त की के हम सब के लिए यह एक सराहनीय कार्य होगा।