पुरी: ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर का खजाना आज 46 साल बाद खोला गया। इस दौरान भंडार गृह में सरकार के प्रतिनिधि समेत पुरी के कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे। खजाना खोलते ही पुरी के एसपी पिनाक मिश्रा बेहोश हो गए, जिसके बाद उन्हें तुरंत डॉक्टरों के पास ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। फिलहाल एसपी के बेहोश होने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।
कीमती सामानों की डिजिटल लिस्टिंग
अधिकारियों ने बताया कि रत्न भंडार में मौजूद सभी कीमती सामानों की डिजिटल लिस्टिंग की जाएगी। इसमें उनके वजन और निर्माण जैसी जानकारियां शामिल होंगी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के सुपरिटेंडेंट डीबी गडनायक ने बताया कि इंजीनियर्स की टीम मरम्मत कार्य के लिए रत्न भंडार का सर्वे करेगी।
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46 साल बाद खोला गया ताला
पूरी के इस जगन्नाथ मंदिर का खजाना अब से 46 साल पहले वर्ष 1978 में आखिरी बार आधिकारिक तौर पर खोला गया था। खजाना खोलने के लिए प्रशासन ने पहले लकड़ी के 6 बड़े संदूक मंगाए थे। इन सभी संदूकों को भंडार गृह के अंदर भेजा गया है। बताया जा रहा है कि एक संदूक उठाने के लिए कम से कम 10 लोगों को लगना पड़ा है।
सुरक्षा व्यवस्था और एहतियात
खजाना खोलने के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। प्रशासन ने इस प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ अंजाम दिया ताकि भविष्य में किसी प्रकार की शंका या विवाद न हो।
इस महत्वपूर्ण घटना ने एक बार फिर से जगन्नाथ मंदिर और उसके खजाने को सुर्खियों में ला दिया है। अधिकारियों की सतर्कता और पारदर्शिता के साथ इस प्रक्रिया को अंजाम देने के प्रयास सराहनीय हैं।
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