रिपोटर : जय कुमार
चक्रधरपुर : अंजुमन इस्लामिया चक्रधरपुर की एक विशेष बैठक अंजुमन कार्यालय में हुई. जिसकी अध्यक्षता सदर सैय्यद शहजाद मंजर ने किया. बैठक का एकमात्र एजेंडा मोहर्रम अखाड़ा जुलूस का स्थल निर्धारण था. मोहर्रम सेंट्रल कमिटी, सभी अखाड़ा के खलीफा, अंजुमन इस्लामिया के पदाधिकारी और शहर के प्रबुद्ध लोगों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि मुहर्रम की आठवीं तारीख अर्थात 15 जुलाई तक स्थल का निर्धारण नहीं किया जाता है तो 15 जुलाई को खलीफाओ की बैठक कर मुहर्रम का जुलूस नहीं निकालने या फिर आंदोलन का दूसरा तरीका अपनाने का निर्णय लिया जाएगा.
अंजुमन इस्लामिया की बैठक में किसी भी सूरत में रेल फाटक के बगल में अथवा ओवरब्रिज के नीचे अखाड़ा इकट्ठा नहीं करने का निर्णय लिया गया. क्योंकि यह सुरक्षित स्थल नहीं है और सुप्रीम कोर्ट का निर्देश भी है कि ओवर ब्रिज के नीचे केवल गोदाम रखे जा सकते हैं, मानव का निवास, कारोबार या अन्य कुछ भी नहीं किया जा सकता है. एक राय से सभों ने फैसला लिया कि गुप्ता चौक को ही अखाड़ा स्थल घोषित किया जाए. तय किया गया कि अंजुमन इस्लामिया के निर्णय से राज्य एवं जिला के सभी अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों की अवगत कराया जाएगा.
क्या है मामला।
चक्रधरपुर का सभी मोहर्रम अखाड़ा हबीबुल्लाह चौक में इकट्ठा होता था, यह चौक गुप्ता चौक से सटा हुआ था. 2018 में ओवर ब्रिज बन जाने के बाद हबीबुल्लाह चौक का अस्तित्व ही खत्म हो गया है. जिसके बाद से मुहर्रम का अखाड़ा जुलूस का कोई स्थाई स्थल निर्धारित नहीं किया जा सका है। मौखिक रूप से प्रशासन की ओर से रेलवे फाटक के समीप जुलूस को इकट्ठा करने को कहा जाता है। जहां पर प्रशासन की ओर से एक स्टेज का निर्माण भी किया जाता है। लेकिन सभी अखाड़ा स्थल जुलूस रेलवे फाटक के समीप नहीं जाकर गुप्ता चौक में ही इकट्ठा होकर पारंपरिक खेलों का प्रदर्शन करता है और फिर वापस लौट जाता है।
पुराना लाइसेंस ही चल रहा है।
गत वर्ष तक जारी अखाड़ा जुलूस के लाइसेंस में अखाड़ा स्थल का जिक्र हबीबुल्लाह चौक ही किया गया है जबकि हबीबुल्लाह चौका का अस्तित्व ही मिट चुका है। प्रशासन द्वारा निर्धारित रेलवे फाटक के समीप की जगह का जिक्र लाइसेंस में कहीं भी नहीं है। लेकिन रूट चार्ट में गुप्ता चौक और बाटा रोड का वर्णन है. इसी को आधार मानकर सभी लाइसेंस धारक चाहते हैं कि गुप्ता चौक को ही अखाड़ा स्थल निर्धारित किया जाए।
बैठक में ये थे मौजूद।
अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष सैयद शहजाद मंजर, उपाध्यक्ष हाजी एकराम हुसैन, सचिव बैरम खान, संयुक्त सचिव सद्दाम हुसैन, कोषाध्यक्ष मोहम्मद तौकीर, सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के अध्यक्ष शेख फिरोज, सचिव शकील अंसारी, सह सचिव मोहम्मद मुमताज अंसारी, खलीफा मोहम्मद इजाज खान, मोहम्मद शाहनवाज, सरवर नेहाल नज्जू, आजाद गद्दी, जाकिर हुसैन, साजिद हुसैन, मोहम्मद जावेद, तौसीफ अख्तर जॉनी, बब्लू खान, मोहम्मद कलीम, मोहम्मद जीशान, जावेद खान , ताज आलम, आदिल हुसैन, मोहम्मद इस्तियाक, अकील जावेद, अली हुसैन, तसलीम आरिफ आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।
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अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
सचिव अंजुमन इस्लामिया चक्रधरपुर के सचिव बैरम खान ने बताया कि शनिवार को चाईबासा जाकर कोल्हान डीआईजी, उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक को मेमोरेंडम सौंप कर मामले की जानकारी दे दी गई है. शेष अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों को ई-मेल के माध्यम से सूचना भेजी गई है।