एन आई टी जमशेदपुर: शोध
जमशेदपुर : चंदन गुप्ता ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, एनआईटी जमशेदपुर में लौह अयस्क स्लरी पाइपलाइन परिवहन प्रणालियों के क्षेत्र में अनुसंधान किया है। अनुसंधान कार्य कच्चे माल (जैसे अयस्क, कोयला, फ्लाई ऐश, आदि) के परिवहन के लिए एक कुशल और किफायती समाधान प्रदान करता है। खनन स्थानों से लेकर प्रसंस्करण उद्योगों तक। यह कार्य लागत, ऊर्जा की खपत और पर्यावरणीय प्रभाव को संभावित रूप से कम करके संसाधन परिवहन की दक्षता को बढ़ाता है।
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सैपिन्डस मुकोरोसी और अकेसिया कॉन्सिना जैसे प्रभावी प्राकृतिक योजकों के माध्यम से स्लरी पाइपलाइन प्रदर्शन में सुधार के लिए तरल यांत्रिकी प्रयोगशाला, एनआईटी जमशेदपुर में प्रयोगात्मक और कम्प्यूटेशनल दोनों तरह से अभिनव समाधानों का प्रयास और परीक्षण किया गया है। कुल मिलाकर, इस शोध का खनन प्रथाओं, भौतिक विज्ञान और द्रव गतिकी में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
इस पीएचडी अनुसंधान की देखरेख प्रो सतीश कुमार, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा की गई थी। विभाग के प्रमुख और अनुसंधान समिति के अध्यक्ष प्रो. संजय ने भी इस कार्य को पूरा करने के लिए प्रशासनिक सहायता प्रदान की है। प्रो. के. एम. सिंह, आई. आई. टी. रुड़की ने शोध कार्य की नवीनता की अच्छी तरह से जांच की है। इस शोध से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चार से अधिक शोध पत्र प्राप्त हुए हैं। एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक ने ऐसे प्रभावी शोध कार्य करने के लिए सराहना की और बधाई दी।