जमशेदपुर : 10 जून 2024: डॉक्टर परमानंद मोदी, जिन्हें “मिनी मोदी” के नाम से भी जाना जाता है, जो भारतीय गैर-सरकारी शिक्षक संघ IPTA के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, ने आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर देश के 50 लाख से अधिक निजी शिक्षकों के लिए संविधान में एक अधिनियम बनाने की अपील की है।
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अपने पत्र में, डॉक्टर मोदी ने कहा कि यह अधिनियम निजी शिक्षकों के अधिकारों और कर्तव्यों को परिभाषित करेगा और उन्हें शिक्षा प्रणाली में एक उचित स्थान देगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह अधिनियम नई शिक्षा नीति को लागू करने, आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने और विकसित भारत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
डॉक्टर मोदी ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया कि वे इस आवेदन पत्र को स्वीकार करें और IPTA के संविधान में एक पहचान बनाने के संकल्प को पूरा करने में उनका समर्थन करें।
पत्र में निम्नलिखित मुख्य बिंदु शामिल हैं:
देश के 50 लाख से अधिक निजी शिक्षकों के लिए संविधान में एक अधिनियम बनाने की मांग।
यह अधिनियम निजी शिक्षकों के अधिकारों और कर्तव्यों को परिभाषित करेगा।
यह अधिनियम उन्हें शिक्षा प्रणाली में एक उचित स्थान देगा।
यह अधिनियम नई शिक्षा नीति को लागू करने में मदद करेगा।
यह अधिनियम आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने में योगदान देगा।
यह अधिनियम विकसित भारत बनाने में मदद करेगा।
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डॉक्टर परमानंद मोदी का कहना है –
डॉक्टर परमानंद मोदी और IPTA का मानना है कि संविधान में एक अधिनियम निजी शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा और भारत की शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करेगा। वे प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह करते हैं कि वे इस अनुरोध पर विचार करें और इसे स्वीकार करें।
IPTA भारत में निजी शिक्षकों के दो प्रमुख संगठन हैं। इन संगठनों का लक्ष्य निजी शिक्षकों के अधिकारों और हितों की रक्षा करना है और शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए काम करना है।