जमशेदपुर : 14 मई को छत्रपति संभाजी राजे महाराज की जयंती मनाई गई। संभाजी, शिवाजी महाराज के बड़े पुत्र थे। उनका जन्म 14 मई 1657 में हुआ था। माता की मृत्यु के बाद उनका पालन-पोषण दादी जीजाबाई ने किया। 16 जनवरी 1681 को उनका राज्याभिषेक हुआ और वे हिंदवी स्वराज्य के छत्रपति बने। संभाजी विद्वान और धर्मशास्त्र ज्ञानी थे। उन्होंने संस्कृत में कई ग्रंथ लिखे।
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पुर्तगालियों को संभाजी ने धर्म परिवर्तन करने के लिए मुसलमान बनाने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने अपने धर्म को बदलने से इनकार किया। मुगल साम्राज्य ने उन्हें कई यातनाएँ दी, लेकिन उन्होंने हिन्दू धर्म को धृष्ट बनाए रखा। अंत में उन्हें कैद में ही मार दिया गया।
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संभाजी की मृत्यु ने मराठों को जागृत किया और उन्हें एकजुट होकर मुगलों के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया। इससे मुगल साम्राज्य की नींव हिल गई और हिन्दुओं का एक शक्तिशाली साम्राज्य उभरा।