जमशेदपुर : आधिकारिक तौर पर विश्व अस्थमा दिवस को मनाने का आयोजन मई के पहले मंगलवार को किया जाता है, जो ब्रोंकियल अस्थमा के प्रसार और प्रबंधन को लेकर जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण मंच है। इस साल की थीम “अस्थमा एजुकेशन एंपावर्स” है, जो लोगों को बीमारी के बारे में ज्ञान और उसके प्रबंधन में सशक्त बनाने की दिशा में है।
अस्थमा एक पुरानी बीमारी है जो फेफड़ों में सूजन का कारण बनती है और वायुमार्ग को संकीर्ण कर देती है, जिससे खांसी, घरघराहट, सीने में जकड़न, और सांस फूलने जैसे लक्षण प्रकट होते हैं। इसका सही निदान और उपचार बहुत महत्वपूर्ण है।
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अस्थमा के मामले विशेष रूप से बच्चों में बढ़ रहे हैं, और इसके कारण और प्रबंधन को समझना आवश्यक है। इस बीमारी के बारे में सामान्य गलतफहमियों को दूर करना और सही जानकारी प्रदान करना भी महत्वपूर्ण है।
अस्थमा के रोगियों को सही जानकारी और उपचार तक पहुंचाने में शिक्षा और जागरूकता का खास महत्व है। वास्तव में, सही जानकारी से लोग बीमारी का प्रबंधन कर सकते हैं और अस्थमा के खिलाफ लड़ाई में सक्षम हो सकते हैं।
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इस विशेष दिवस पर, हमें अस्थमा के बारे में जागरूकता और शिक्षा में सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए ताकि हम समाज में एक स्वस्थ और जागरूक संवेदनशीलता को बढ़ा सकें।