Festival 2024: जमशेदपुर में मारवाड़ी समाज द्वारा आयोजित 16 दिवसीय गणगौर माता पूजन (Festival 2024) कार्यक्रम आज सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। भजन गायिका सुनीता भारद्वाज ने बताया कि इस कार्यक्रम में भगवान भोलेनाथ ने ईसर और माँ पार्वती ने गौरा का रूप धारण किया।
कार्यक्रम का समापन आज गणगौर माता पूजन के साथ हुआ। सबसे पहले गणेश जी की पूजा की गई। इसके बाद, ईसर और गौरा देवी की पूजा करते हुए गीत गाते हुए नवविवाहित जोड़ों ने दूर्वा अर्पित की।
इस अवसर पर “ईसर गौरा गीत संगीत कार्यक्रम” का आयोजन भी किया गया, जिसमें “काठे से आयो ईसर, काठे से आईं गौरा”, “ग़ौर रे गणगौर माता खोल किवाडी”, “पूजन आईं रे सखियां सारी”, “मेरा रहे अमर सुहाग मैया गौरा देवी आशीर्वाद देना” जैसे लोकप्रिय गीत गाए गए।
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गणगौर माता रानी को सिंदूर, काजल, टिकीं, दूर्वा, हलवा, पूड़ी, सुहाग सामग्री अर्पित किया गया। शाम 4 बजे, जुगसलाई सत्यनारायण मंदिर में मारवाड़ी समाज की महिलाओं एवं नवविवाहित जोड़ों द्वारा ईसर गौरा और घोड़े को पानी पिलाया गया।
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इसके बाद, ईसर गौरा देवी की पूजा कर विसर्जन के लिए साकची सुवर्ण रेखा नदी घाट ले जाया गया। इस अवसर पर नवविवाहित जोड़ों सहित अन्य युवतियों ने अपने हाथों में मेहंदी लगाई और गणगौर माता की पूजा ( Festival 2024) की।
यह 16 दिवसीय कार्यक्रम मारवाड़ी समाज के लिए बहुत महत्व रखता है और यह उनकी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है।