मानगो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में आग, विकास सिंह ने लापरवाही का लगाया आरोप
मानगो, 3 अप्रैल 2024: आज सुबह मानगो के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में इलेक्ट्रिक पैनल में आग लग गई। घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा नेता विकास सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही पर सवाल उठाए।
आग लगने की घटना:
- सुबह करीब 10 बजे मानगो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के इलेक्ट्रिक पैनल में अचानक आग लग गई।
- आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग को बुलाया गया और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
- गनीमत रही कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ।
विकास सिंह का आरोप:
- आग लगी हुई थी लगभग दो घंटे: विकास सिंह का कहना है कि आग लगने के दो घंटे बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था।
- अधिकारियों ने मामले की सुध नहीं ली: सिंह ने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और न ही इसकी कोई सुध ली।
- जल संकट की आशंका: सिंह ने चेतावनी दी कि अगर जल्द से जल्द मरम्मत कार्य नहीं किया गया तो मानगो में भयानक जल संकट पैदा हो सकता है।
- करोड़ों का प्रोजेक्ट जर्जर: सिंह ने कहा कि रखरखाव के अभाव में करोड़ों रुपये का यह प्रोजेक्ट जर्जर हो गया है।
- कर्मचारियों ने लापरवाही स्वीकार की: मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि उन्होंने कई बार विभागीय अधिकारियों को पैनल में खराबी की जानकारी दी थी, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
विकास सिंह की मांग:
- उपायुक्त से हस्तक्षेप: सिंह ने उपायुक्त से मामले का संज्ञान लेने और जल्द से जल्द मरम्मत कार्य शुरू करने की मांग की है।
- जिम्मेदारों पर कार्रवाई: सिंह ने लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
- स्थानीय लोगों ने भी विकास सिंह के आरोपों का समर्थन किया।
- उन्होंने कहा कि प्लांट में रखरखाव की बेहद कमी है और कई उपकरण पुराने हो चुके हैं।
- लोगों ने कहा कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
अगली कार्रवाई:
- दमकल विभाग द्वारा आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
- वहीं, विकास सिंह ने उपायुक्त से मामले का संज्ञान लेने की मांग की है।
- उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द उचित कदम नहीं उठाए गए तो मानगो में पानी की भारी समस्या हो सकती है।
स्थिति:
फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है और मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है।
यह घटना जल संकट और सरकारी लापरवाही का एक गंभीर मुद्दा उठाती है और यह घटना जल संकट के खतरे की ओर इशारा करती है। हमें उम्मीद है कि संबंधित अधिकारी इस मामले पर ध्यान देंगे और जल्द से जल्द उचित कदम उठाएंगे।