जमशेदपुर: दिनांक 16 मार्च, 2024: 11 से 15 मार्च के बीच टाटा स्टील के सभी लोकेशंस पर विविधता, समानता और समावेशन (डीई एंड आई) सप्ताह मनाया गया, जिसका उद्देश्य कर्मचारियों को महत्वपूर्ण विषय पर संवेदनशील बनाना और विविध समुदायों को सशक्त बनाना है। इस वर्ष की थीम “इंक्ड इन इनक्लूसिविटी” थी।
इस कार्यक्रम में विभिन्न लोकेशंस से आए 1000 से अधिक कर्मचारियों ने भागीदारी की। इस पहल ने एक ऐसा मंच प्रदान किया जहां विविध समुदायों को अभूतपूर्व तरीके से सुना गया जहां उन्हें महत्व और सम्मान का अहसास हुआ।
उद्घाटन दिवस की शुरुआत टाटा स्टील जमशेदपुर के चीफ एचआर बिजनेस पार्टनर स्टील और चीफ वेलनेस ऑफिसर मुकेश अग्रवाल द्वारा संदर्भ स्थापित करने के साथ हुई, जिसके बाद चैतन्य भानु, वाइस प्रेसिडेंट, स्टील मैन्युफैक्चरिंग और सतीश कुमार सिंह, जेनरल सेक्रेटरी, टाटा वर्कर्स यूनियन ने संबोधन प्रस्तुत किया। पहले दिन से 5 दिवसीय एप्रीसिएशन वीक का भी शुभारंभ हुआ, जिसके तहत कर्मचारियों को अपने स्तर और क्षमता से डीई एंड आई में योगदान देने वाले सहकर्मियों की सराहना करने का अवसर प्राप्त हुआ।
सप्ताह के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें ‘प्रेरणा: लीडरशिप के साथ संवाद ‘ शामिल थी, जिसमें 500 से अधिक महिला सहकर्मी सक्रिय रूप से टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट, शेयर्ड सर्विसेज, प्रोबाल घोष सहित वरिष्ठ नेतृत्व के साथ जुड़ी थीं। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 50 अनुकरणीय महिलाओं को सम्मानित किया गया। टाटा स्टील के शेयर्ड सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट प्रोबाल घोष ने भी टाटा स्टील में सबसे अधिक विविधता वाले विभागों की सराहना की और उन्हें सम्मानित किया।
इसके बाद उद्योग विशेषज्ञों के साथ बातचीत हुई, जहां लीडर्स ने “डीई एंड आई: ड्राइविंग इम्पैक्ट विद इंटेंट” विषय पर अपने विचार साझा किए और संगठनों में डीई एंड आई को बढ़ावा देने के वास्तविक उद्देश्य पर विचार-विमर्श किया।
इस सत्र में टाटा स्टील के आयरन मेकिंग के वाइस प्रेसिडेंट उत्तम सिंह और टाटा वर्कर्स यूनियन के वाइस प्रेसिडेंट शाहनवाज आलम उपस्थित थे। कार्यकर्ता, अभिनेत्री, टेड एक्स वक्ता और लेखिका लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के साथ भी एक सत्र आयोजित किया गया। उन्होंने ट्रांस-जेंडरों के अधिकारों और समुदाय के सामने आने वाली चुनौतियों जैसे विषयों पर बात की। इसके बाद शेड्स ऑफ डायवर्सिटी नामक एक मनमोहक और असाधारण सांस्कृतिक टैलेंट शो आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न समुदायों के रंगारंग प्रदर्शन देखने को मिले।
समापन दिवस पर, समारोह को शॉप-फ्लोर पर लाने के लिए विभागीय स्तर की गतिविधियों का आयोजन किया गया जिसमें चीफ के साथ बातचीत, विविध समुदायों के वेलनेस पर सत्र और विषय पर आधारित प्रतियोगिताएं शामिल थीं।