जमशेदपुर: एमएसएमई, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित कृषि उद्यमियों के लिए उन्नत प्रबंधन विकास कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर द्वारा 24-28 फरवरी, 2024 तक किया गया था, जिसका उद्देश्य विभिन्न प्रबंधकीय और प्रशासनिक डोमेन पर विशेष रूप से एमएसएमई उद्योगों के उभरते उद्यमियों और युवा दिमागों को सशक्त बनाना था।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता के.ई.एन.राघवन उपस्थित थे। कार्यक्रम में निदेशक, उप निदेशक, रजिस्ट्रार, प्रो. आर.एन. मोहंती, डीन (औद्योगिक संबंध), डॉ. रंजीत प्रसाद, उद्योग और शिक्षा जगत की प्रतिष्ठित हस्तियां और मुख्य वक्ता की गरिमामय उपस्थिति देखी गई।
कार्यक्रम के संयोजक प्रो. एम.के. सिन्हा, डीन (अनुसंधान एवं परामर्श) और डॉ. सीएच.एम.एस. राव, डीन (शैक्षणिक) थे। उत्पादन और औद्योगिक इंजीनियरिंग विभाग से डॉ. तुसार बनर्जी और मानविकी, सामाजिक विज्ञान और प्रबंधन विभाग से डॉ. श्वाति सुधा ने कार्यक्रम का समन्वय किया।
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एमएसएमई, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित कृषि उद्यमियों के लिए उन्नत प्रबंधन विकास कार्यक्रम एक ऐसा पहल है जो कृषि क्षेत्र में उद्यमिता और प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषि उद्यमियों को विभिन्न प्रबंधनिक और प्रशासनिक क्षेत्रों में सक्षम बनाना है, ताकि उन्हें संबोधित क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए आवश्यक नौसंधानिक, प्रबंधनिक, और व्यावसायिक कौशल प्राप्त हो सकें।
इस कार्यक्रम के माध्यम से, कृषि उद्यमियों को नए तकनीकी और प्रबंधन संचालन के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके साथ ही, उन्हें विभिन्न संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान और नवाचार के लिए प्रेरित किया जाता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से, उद्यमियों को बाजार में मजबूती से स्थानांतरित करने के लिए विभिन्न प्रबंधन और व्यावसायिक मूल्यों को समझाया जाता है।
इसके अलावा, यह कार्यक्रम उद्यमियों को विभिन्न अवसरों के लिए जागरूक करने में मदद करता है और उन्हें अपने क्षेत्र में स्वतंत्रता और सशक्ति प्राप्त करने के लिए सामर्थ्य प्रदान करता है। इसका प्रायोजन कृषि सेक्टर में नए और उच्चतर स्तरीय उत्पादन को प्रोत्साहित करना है, जो स्थानीय समुदायों के विकास और अर्थव्यवस्था को सुधारने में मदद करेगा।
उद्देश्य
एमएसएमई, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित कृषि उद्यमियों के लिए उन्नत प्रबंधन विकास कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को उन्नत और सुदृढ़ प्रबंधन के द्वारा तकनीकी और प्रबंधन संवेदनशीलता को सिखाना और प्रदान करना है। इसके माध्यम से किसानों को नवीनतम खेती के तकनीकों, उत्पादन प्रक्रियाओं, बाजार के त्रिकों, और संबंधित विपणन विविधताओं के साथ अवगत किया जाता है। इससे कृषि उद्यमियों को अपने उत्पादों को बेहतरीन ढंग से प्रबंधित करने और बाजार में अधिक उत्पादों को बेचने के लिए सहायता प्राप्त होती है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को उन्नत तकनीकी ज्ञान और प्रबंधन कौशल प्रदान किया जाता है, जिससे उन्हें उनकी खेती को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और अनुदानों के बारे में भी जानकारी दी जाती है, जिससे उन्हें अपनी खेती को और अधिक उत्तम बनाने के लिए सहायता मिलती है। इस प्रकार, यह कार्यक्रम कृषि उद्यमियों को बेहतर कृषि तकनीकों और प्रबंधन अवसरों की पहुंच प्रदान करके उन्हें स्वतंत्र और सक्षम बनाने का माध्यम बनता है।
वित्त सहायता अथवा ऋण
एमएसएमई के माध्यम से ऋण की सुविधा भी प्रदान की जाती है। यह कार्यक्रम कृषि उद्यमियों को विभिन्न वित्तीय संस्थाओं या सरकारी योजनाओं से ऋण प्राप्त करने में मदद करता है। इससे कृषि उद्यमियों को आवश्यक ऋण की व्यवस्था करने में सहायता मिलती है, जिससे उन्हें कृषि उत्पादन को और अधिक विकसित और प्रगतिशील बनाने में सहायता प्राप्त होती है।