जमशेदपुर | झारखण्ड
77 वे स्वतंत्रा दिवस के अवसर पर जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने बारीडीह स्थित विधानसभा कार्यालय में झंडोत्तोलन किया. श्री राय ने भाजमो जमशेदपुर महानगर के कार्यकर्ताओं व समर्थकों के साथ ध्वजारोहण किया और राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी. इस अवसर पर सरयू राय ने कहा की देश की आजादी के बाद भारत कैसा होगा यह स्वतंत्रता सेनानियों और आजादी के महानायको ने सोचा था. 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान प्रवत्त हुआ. जनता को अपनी सरकार चुनने का अधिकार प्राप्त हुआ. आजादी के बाद जो सरकार बनी देशवासियों को भरपूर खाना खिलाना यही उसकी पहली प्राथमिकता थी. पंचवर्षीय योजनाएं बनी. किंतु विचारधारा में भिन्नता होने के कारण सरकार एक दिशा में नहीं चल पाई. महात्मा गांधी आजादी के समय के प्रकाश पुंज थे. गांधी जी के संदेश को लोग समान रूप में नहीं ले पाए और उनके विचार क्रियान्वित नहीं हो पाए. गांधी जी ने स्वदेशी का नारा बुलंद किया. किंतु गाधी जी के विचारों को एक विभाग में कैद कर खादी और ग्रामोद्योग कमीशन को दे दिया गया.
आजादी के पहले जो स्थिति थी आप वैसी ही स्तिथि उत्पन्न करने के लिए कुछ अराजक शक्तियाँ सर उठा रही है. जब तक देश की सामाजिक और साम्प्रदायिक संरचना सही नहीं होगी तब तक विकास का फल लोगो को नहीं मिलेगा. भारत देश विविधताओं का देश है जब तक समावेशी वातावरण नहीं बने तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा. जितने भी संप्रदाय देश में है वे सभी अपने भीतर जो सकरात्मक तत्व है उसे आगे बढ़ाने के लिए कार्य करना चाहिए. देश विरोधी शक्तियों पर नजर रखना होगा. समाज को जो लोग नुकसान पहुँचाने का कार्य कर रहे है उन्हें रोकना होगा.
इस दौरान मुख्य रूप से भाजमो जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, कार्यकर्ता व समर्थक उपस्थित थे.