झारखंड
⚡ बगोदर में गिरी 11,000 वोल्ट की तार, बिजली की चपेट में आया इलाका – आग का वीडियो देखें

🔥 बारिश के बीच 11,000 हाई वोल्टेज तार गिरने से लगी आग, बड़ा हादसा टला
🛑 विभागीय लापरवाही से फिर उजागर हुई बिजली व्यवस्था की कमजोरी
गिरीडीह (बगोदर)। बगोदर प्रखंड अंतर्गत घाघरा इंटर कॉलेज के समीप रविवार शाम उस समय हड़कंप मच गया, जब लगभग 5:30 बजे 11,000 वोल्ट का हाई वोल्टेज तार अचानक टूट कर नीचे गिर गया। तेज बारिश के बीच हुए इस हादसे ने पूरे इलाके में आग लगने और बिजली के खतरे का माहौल खड़ा कर दिया।
⚠️ बड़ा हादसा टला, कोई हताहत नहीं
घटना के समय बारिश के कारण सड़क पर लोगों की आवाजाही बहुत कम थी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। हालांकि तार गिरने के बाद बिजली की चिंगारियां और आग ने कुछ देर के लिए स्थिति भयावह कर दी।
स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना बिजली विभाग को दी। गनीमत रही कि कोई व्यक्ति या वाहन चपेट में नहीं आया, लेकिन घटना ने विभाग की तैयारियों और सुरक्षा उपायों की पोल खोल दी है।
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🧯 सेफ्टी जाल नहीं था, बढ़ी चिंता
विशेषज्ञों के अनुसार, जहां इस प्रकार की हाई वोल्टेज लाइनें बिछाई जाती हैं, वहां नीचे सुरक्षा के लिए विशेष ‘सेफ्टी जाल’ लगाया जाना अनिवार्य होता है। यह जाल ऐसी स्थिति में तार को सीधे जमीन पर गिरने से रोकता है और आग या करंट के खतरे को कम करता है।
लेकिन इस मामले में सेफ्टी जाल का अभाव साफ तौर पर विभागीय लापरवाही को दर्शाता है। यह न सिर्फ नियमों की अनदेखी है, बल्कि लोगों की जान को भी खतरे में डालने जैसा है।
📢 स्थानीय लोगों ने जताई नाराजगी
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने विभाग पर जमकर नाराजगी जाहिर की। उनका कहना है कि
“जब तक कोई जान नहीं जाएगी, तब तक विभाग नहीं जागेगा।”
लोगों ने मांग की कि ऐसे हादसों की जांच हो और जिम्मेदार कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
🔎 प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
अब तक बिजली विभाग या स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। घटना को लेकर क्षेत्र में असुरक्षा का माहौल है और लोग आगामी दिनों में सुरक्षा उपायों को लेकर ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
आग का वीडियो देखें-
🧾 निष्कर्ष:
घाघरा इंटर कॉलेज के पास हुआ यह हादसा एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि क्या हमारी बिजली व्यवस्था सुरक्षित है? हाई वोल्टेज तारों का इस तरह से गिरना, और वह भी बिना सुरक्षा कवच के, एक गंभीर खतरे का संकेत है। यदि विभाग अब भी नहीं चेता, तो अगली बार यह लापरवाही किसी निर्दोष की जान ले सकती है।