जी हां दोस्तों, पिछले सप्ताह झारखंड में सबसे बड़ा साइबर क्राइम का मामला सामने आया है। यह मामला गढ़वा जिला क्षेत्रान्तर्गत का है। जानकारी के मुताबिक साइबर क्रिमिनल्स ने गढ़वा जिले के खरौंधी प्रखंड के डोमनी नदी में बनने वाली बांध के लिए किसानों से अधिग्रहित भूमि का मुआवजा देने हेतु भू-अर्जन विभाग को सरकार से मिले 10 करोड़ रुपये को बैंक खाता से ही उड़ा दिए। जिसे झारखंड में अब तक का सबसे बड़ा साइबर क्राइम बताया जा रहा है।
आपको बता दें कि झारखंड सरकार ने डोमनी नदी पर बांध बनाने की स्वीकृति दी है, जिसका शिलान्यास 2014 में तत्कालीन केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने तत्कालीन विधायक अनंत प्रताप देव की उपस्थिति में किया था। शिलान्यास के बाद बांध निर्माण के लिए भू-अर्जन विभाग द्वारा भूमि-अधिग्रहण शुरू की गई।
सरकार ने मुआवजे के लिए भेजा जिसमें से साइबर क्रिमिनल्स ने 10 करोड़ रुपये की निकासी उस बैंक खाता से कर ली।
गढ़वा के उपायुक्त राजेश कुमार पाठक ने कहा कि –
‘यह मामला विशेष भू-अर्जन पलामू का है। इस संबंध में पलामू से ही जानकारी ली जा सकती है।’
वहीं पलामू के सांसद वीडी राम ने कहा कि- ‘यह बहुत बड़ा घोटाला है। इसकी सीबीआइ जांच कराई जाएगी, ताकि सच्चाई सामने आ सके एवं इसमें शामिल लोगों की पहचान हो सके।’
जानकारों के मुताबिक यह चोरी साइबर क्राइम नहीं है बल्कि गबन का मामला है जो कि इस विभाग से संबंधित अधिकारियों की मिली भगत का नतीजा है। बहरहाल इसकी जांच पुलिस स्तर से की जा रही है सच और झूठ का फैसला जल्द हो जाएगा और मुजरिम सामने आ जाएंगे।