झारखंड
1 अप्रैल को धूमधाम से मनाया जाएगा प्रकृति पर्व सरहुल, उरांव समाज ने की तैयारी

चाईबासा (जय कुमार): आदिवासी उरांव समाज सरहुल पूजा समिति, चाईबासा की एक बैठक अध्यक्ष श्री नवल कच्छप की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें प्रकृति पर्व सरहुल महोत्सव पर विस्तृत रूप से चर्चा की गईl सर्व विदित है कि इस वर्ष का सरहुल महोत्सव 1 अप्रैल 2025 (मंगलवार) को मनाया जाएगा। अध्यक्ष श्री नवल कच्छप ने अपने संबोधन में कहा कि इस सरहुल समिति के द्वारा निकाले जाने वाले सरहुल शोभा-यात्रा का यह 25वां वर्ष है, जिसे रजत जयंती समारोह के रूप में मनाया जाएगा, जिसके तहत पूर्वाहन 10:00 बजे निकाली जाने वाली बाइक रैली एवं अपराहन 2:00 बजे से आरंभ होने वाली सरहुल शोभा-यात्रा को बहुत ही भव्य एवं आकर्षक बनाया जाएगाl
यह बाइक रैली एवं सरहुल शोभा-यात्रा 1 अप्रैल 2025 को सरहुल चौक, मेरी टोला से प्रस्थान करेगी एवं शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए गुजरेंगी तथा समापन सरहुल चौक मेरी टोला में ही होगीl चूंकि समिति के द्वारा आयोजित सरहुल महोत्सव का यह रजत जयंती वर्ष है, सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि दिनांक 29 मार्च 2025 (शनिवार) को संध्या 6:00 से गोकुलधाम सेन टोला में सरहुल पूर्व संध्या पर एक रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें रांची नागपुरी कलाकारों की टीम अपनी प्रस्तुति पेश करेंगे, जिसमें झारखंड के मशहूर कलाकार युवा दिलों के धड़कन नितेश कच्छप एवं सुमन गुप्ता अपनी कला का जलवा बिखेरेंगेl विदित हो कि पूर्व में इस रंगारंग कार्यक्रम का स्थल सरहुल चौक मेरी टोला में तय किया गया था, किंतु कुछ अपरिहार्य कारणों से कार्यक्रम स्थल को परिवर्तित कर सेन टोला स्थित गोकुलधाम मेरी टोला के समीप कर दिया गया है l
सचिव श्री लाल कुजूर ने समिति के सभी सदस्यों को आह्वान किया कि सरहुल के सभी कार्यक्रमों को सफल बनाने हेतु अपने-अपने स्तर से पुरजोर प्रयासरत रहे l सभी सदस्य एवं कार्यकर्ताओं में इस रजत जयंती वर्ष को लेकर एक नया उमंग एवं जोश हैl
इस अवसर पर मुख्य रूप से सांचू तिर्की, अनिल लकड़ा, गणेश कच्छप, शंभू टोप्पो, पंकज खलखो, राजकमल लकड़ा, जीतू तिर्की, राजू तिग्गा, कृष्णा टोप्पो, सावन खलखो, सुखलाल कुजूर, ईश्वर कच्छप, बाबूलाल कुजूर, तेजो कच्छप, सोमरा बारा, महावीर बरहा, रामू टोप्पो, बासु तिर्की, राजेश मिंज, लखींद्र खलखो, भीम बरहा, नरेश कुजूर, लक्ष्मी कच्छप, निर्मला लकड़ा, लक्ष्मी बरहा, मालती लकड़ा, सवित्री कच्छप, धरमू तिर्की, कारी तिर्की, इशु टोप्पो, विजय कुजूर, महावीर टोप्पो आदि उपस्थित थेl