जमशेदपुर | झारखण्ड
मानव सेवा ही लक्ष्य हमारा के स्लोगन के तहत आज ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट के ओर से दस ठेला रिक्शा चालकों के बीच रिक्शा का वितरण किया गया। बता दें की ये रिक्शा चालक पहले भाड़े पर रिक्शा लेकर चलाते थे और अपनी मेहनत की कमाई से पैसा काट कर रिक्शा मालिकों को भाड़े का पैसा दिया करते थे।
आज ओल्ड पुरुलिया रोड आजाद मैरेज हाल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे बातौर मुख्य अतिथि आजादनगर थाना प्रभारी राकेश कुमार और विशिष्ट अतिथि जीआरपी टाटानगर थाना प्रभारी गुलाम रब्बानी खान एवं डॉक्टर निधि श्रीवास्तव, समाज सेवी इलियास खान, शफी अहमद साफो भाई, अल्काबीर पॉलीटेक्निक कॉलेज के डायरेक्टर डॉक्टर मोहम्मद सलीम, धनबाद रेलवे यूनियन के मोहम्मद जियाउद्दीन, मकबूल आलम, आसिफ महमूद, हाफिज वसीमुल्लाह उपस्थित हुए, इनके द्वारा रिक्शा चालकों को रिक्शा के ताले-चाबी एवम फूलों का गुलदस्ता भेंट कर रिक्शा का मालिक बनाया।
रिक्शा ठेला का मालिक बन कपाली के मुहम्मद सलीम अख्तर ने कहा की मेरी ज़िंदगी का मकसद था के मेरे पास अपना खुद का एक ठेला हो। आज उस मकसद को ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट ने पूरा किया है, मैं इनका दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ। ठेला रिक्शा पाने वाले नबी आलम, अजीज, मोहम्मद बसीर, मोहम्मद गोप और मोहम्मद रिजवान ने भी खुशी का इजहार किया।
इस कार्यक्रम में प्रोफेसर अहमद बद्र ने संस्था की सामाजिक कार्यों की सराहना करते हुए बताया के एमजीएम अस्पताल में दो दिन जरूरतमंदों को भोजन कराना, ठंड के दिनों में लोगों के लिए कंबल का इंतजाम करना, बेसहारा फुटपाथों पर रहने वाले लोगो के लिए अलाव का इंतजाम करना, राहगीर को थाना पानी उपलब्ध करने के लिए पानी घर का निर्माण करना और प्रशासन के साथ मिल कर जरूरतमंद के लिए स्वस्थ शिविर एवं राहत कार्य करना, इनके काफी सराहनीय कार्यों में से है।
सभा का संचालन मुख्तार आलम खान ने किया, जबकि धन्यवाद गया नादिर खान ने किया।आज के इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कबीरिया स्कूल के हेडमास्टर रिजवान अहमद, शाकिर अज़ीमाबादी, जमीअत के हाफिज अनवर, मास्टर शमी अहमद, मुमताज शरीक,जमील असगर,शमशाद बेगम नसीमा, मौजूद थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष मतिनुल हक अंसारी, सैयद आसिफ अख्तर, मोइनुद्दीन अंसारी, शाहिद परवेज, मोहम्मद एजाज़ अंसारी, अफताब आलम,फैजुल हक अंसारी, हाजी फिरोज असलम, अब्सार अहमद, अजीज हसनैन, सरदार जसवंत सिंह, तूफैल अखतर अंसारी, एहतसामुर रहमान का बहुत बड़ा योगदान रहा।