जमशेदपुर: तयशुदा कार्यक्रम के तहत घाटशिला थाना के समक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं द्वारा शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक ढंग से झारखंड सरकार के मुखिया श्री हेमंत सोरेन के पुतले का दहन किया जा रहा था। इस दौरान कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली कि थाना प्रभारी श्री मधुसूदन डे ने जानबूझकर पुतला छीन लिया, जो किसी भी मौलिक और लोकतांत्रिक अधिकार का हनन है।
थाना प्रभारी द्वारा शांतिपूर्वक चल रहे आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया गया, जो न केवल निंदनीय है बल्कि पूरी तरह से गुंडागर्दी का प्रतीक है। यह सरकार, जो कल के रांची के आंदोलन से बौखलाई हुई है, आज मुसाबनी, घाटशिला, धालभूमगढ़ आदि जगहों पर अपने तानाशाही रवैए के खिलाफ हो रहे आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है। यह आंदोलन हमारा मौलिक अधिकार है।
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घाटशिला थाना के समक्ष भाजपा कार्यकर्ता गांधीवादी अहिंसा के तरीके से आंदोलन कर रहे थे, लेकिन पहले से ही मुस्तैद पुलिस ने हेमंत सोरेन के इशारे पर पुतला छीन लिया। भाजपा कार्यकर्ता इस तरह के दबाव से डरने वाले नहीं हैं और किसी भी कीमत पर पीछे हटने वाले नहीं हैं। बहुत जल्द ही अगला आंदोलन शुरू करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी।
यदि थाना प्रभारी में नैतिकता होती, तो शायद आज घाटशिला में हत्या, चोरी, बालू चोरी और खनन चोरी की घटनाएं इतनी बढ़ी हुई न होतीं। मैं थाना प्रभारी को चेतावनी देना चाहता हूं कि इस प्रकार के हथकंडों से आप ढाई महीने के बाद भी नहीं बच सकेंगे।
सभी लोगों को चिन्हित किया जा रहा है जिन्होंने इस शांतिपूर्ण आंदोलन में जबरन निहत्थे कार्यकर्ताओं को लाठी-डंडे से धमकाने का प्रयास किया है। पार्टी इस तरह की हरकतों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
मैं पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी कहना चाहता हूं कि संयम बनाए रखें और आंदोलन से पीछे न हटें। यही हमारा संदेश है।