Technology : शनिवार 23 अक्टूबर, 2201
हमारी टेक्नोलॉजी आज इतनी विकसित तो नहीं लेकिन आने वाले भविष्य में हम वह सब कर पाने में सक्षम होंगे जो शायद आज हमारा सपना है। और यह सब सच होगा सुपरकंप्यूटिंग की वजह से।
दुनिया के सबसे तेज सुपर कंप्यूटर रातोंरात विकसित नहीं होते हैं। एक दशक पहले, ऐसा लग रहा था कि एक्सास्केल तक पहुंचना लगभग असंभव हो सकता है। लेकिन प्रमुख संस्थाओं की सहायता से ऐसा कर पाना सम्भव हो पाया है। ORNL, Argonne, Livermore_Lab और अन्य भागीदारों द्वारा यह सुनिश्चित हो सका है।
और वैज्ञानिकों ने सुपरकंप्यूटिंग की मदद से ब्लैक होल का पहला वीडियो बनाने में सफलता प्राप्त की है।
आज के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और बड़े डेटा के प्रश्न पहले से कहीं अधिक बड़े, अधिक जटिल और अधिक आवश्यक हैं। उन सवालों के जवाब की मांग और कंप्यूटिंग के लिए पूरी तरह से नया दृष्टिकोण होना अति आवश्यक हो गया है। जैसे-
मौसम और प्राकृतिक आपदा की भविष्यवाणी, तरंगों से स्वच्छ ऊर्जा प्राप्त करना, टीकों के लिए दवा की खोज, अक्षय ऊर्जा और सौर ऊर्जा अनलॉक, मंगल ग्रह की यात्रा, कैंसर का इलाज ढूंढ़ना आदि।
Supercomputing will help scientists capture the first-ever video of a black hole. Learn more about the power of 18 zeros #ExascaleDay
— HPE (@HPE) October 14, 2021
The world’s fastest supercomputers aren’t developed overnight. A decade ago, it seemed like it might be near-impossible to reach exascale. But thanks to work by @ORNL, @argonne, @Livermore_Lab and partners, it’s becoming a reality. #ExascaleDay https://t.co/FqsG35EvVf pic.twitter.com/RHIMY4rwkh
— DOE Office of Science (@doescience) October 19, 2021
The key to our user facilities – including our supercomputers – is our users. Suzy Tichenor @ORNL is helping industry users leverage @OLCFGOV (including the upcoming Frontier exascale supercomputer) to solve major problems. #ExascaleDay https://t.co/72PBY1yb0w pic.twitter.com/RUymOuoSNG
— DOE Office of Science (@doescience) October 22, 2021