- सोनारी पुलिस से लगाई गुहार,
- न्याय की मांग,
- भय के साए में जीने को मजबूर अनुसूचित जनजाति परिवार,
- बिल्डर ने की पिटाई, घर खाली करने की धमकी,
- प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार
जमशेदपुर। शहर के सोनारी नया लाइन में रहने वाली अनुसूचित जनजाति की चंपा देवी और उनका परिवार इन दिनों अत्यधिक भय और आतंक के साए में जी रहा है। स्थानीय बिल्डर शैलेश जैन उर्फ शेरू, दर्शन जैन और बसंत अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने जबरन मकान खाली कराने के लिए चंपा देवी और उनके पति धनेश्वर सिंह के साथ मारपीट की, जातिसूचक गालियाँ दीं, और जान से मारने की धमकी दी।
चंपा देवी ने सोनारी थाना प्रभारी, उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी और अनुसूचित जनजाति आयोग को लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है।
पुश्तैनी मकान पर जबरन कब्जे की कोशिश
मिली जानकारी के अनुसार, चंपा देवी का मकान पुश्तैनी संपत्ति है, जिसे टाटा स्टील (टिस्को) ने उनके दादा ससुर के नाम आवंटित किया था। चंपा देवी और उनका परिवार लंबे समय से यहां शांतिपूर्वक रह रहा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से बिल्डर और उसके साथी इस मकान पर कब्जा जमाने की साजिश रच रहे हैं।
परिवार का आरोप है कि बिल्डर ने फर्जी दस्तावेज और फर्जी बिक्रीनामा तैयार कर लिया है और जबरन मकान खाली करने का दबाव बना रहा है।
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24 फरवरी से लगातार धमकियाँ और मारपीट
पीड़ित परिवार के अनुसार, 24 फरवरी 2025 से लगातार बिल्डर और उसके साथी उनके घर पर आकर गाली-गलौज कर रहे हैं और धमका रहे हैं।
26 फरवरी को सुबह 9:30 बजे, जब चंपा देवी ने उनका विरोध किया, तो शैलेश जैन उर्फ शेरू ने उनका हाथ पकड़कर खींचा और जातिसूचक गालियाँ देते हुए घर से निकल जाने को कहा।
जब उनके पति धनेश्वर सिंह ने इसका विरोध किया और बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो दर्शन जैन और बसंत अग्रवाल ने उनके साथ मारपीट की, जमीन पर गिराकर गला दबाने की कोशिश की और जान से मारने की धमकी दी।
बिल्डर ने कोर्ट के पेपर पर जबरन हस्ताक्षर कराने की कोशिश की और कहा कि अगर परिवार ने घर खाली नहीं किया, तो बुलडोजर लाकर जबरन मकान गिरा देंगे।
घर के बाहर गिराई निर्माण सामग्री, दहशत में परिवार
बिल्डर के इस आतंक से चंपा देवी और उनका परिवार बुरी तरह सहम गया है। बिल्डर ने मकान के बाहर जबरन ईंट, बालू और अन्य निर्माण सामग्री गिरा दी है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि वे मकान पर कब्जा करने की योजना बना चुके हैं।
इस घटना के बाद चंपा देवी का 9वीं कक्षा में पढ़ने वाला बेटा भी डर के कारण सहमा हुआ है और मानसिक तनाव में आ गया है। परीक्षा के समय इस तरह के उत्पीड़न से वह ठीक से पढ़ाई भी नहीं कर पा रहा है।
पीड़ित परिवार ने प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार
चंपा देवी ने सोनारी थाने में लिखित शिकायत देकर बिल्डर के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने प्रशासन से निवेदन किया है कि –
- बिल्डर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
- फर्जी दस्तावेज और फर्जी बिक्रीनामा की जांच की जाए।
- घर के सामने जबरन गिराई गई निर्माण सामग्री को तुरंत हटवाया जाए।
- परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए, ताकि वे भयमुक्त होकर रह सकें।
प्रशासन की कार्रवाई का इंतजार
अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए क्या कार्रवाई की जाती है।
👉 यह मामला सामाजिक न्याय और सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। प्रशासन को इस पर जल्द से जल्द संज्ञान लेकर उचित कदम उठाने की जरूरत है, ताकि पीड़ित परिवार को राहत मिल सके और दोषियों को सजा दी जा सके।