कोरोना अपडेट : बृहस्पतिवार 26 अगस्त, 2021
कोरोना वायरस और उसके नए वेरियंट ने समाज में एक नया डर बना दिया था। वहीं तीसरे लहर की चेतावनी भी कम चिंता जनक नहीं थी कि अब विशेषज्ञों ने एक नए वेरियंट की घोषणा भी कर दी है जो पहले से और अधिक खतरनाक है कोविड – 22, आशंका जताई जा रही है की यह आने वाले वेरियंट में से सबसे खतरनाक हो सकता है और यह अगले साल तक आने की आशंका जताई जा रही है।
ज्यूरिख के वैज्ञानिक डॉक्टर साई रेड्डी ने कहा की वायरस के लिए “अपरिहार्य” था कि वह COVID वायरस का एक घातक तनाव, विशेष रूप से डेल्टा (भारत), बीटा (दक्षिण अफ़्रीकी), और गामा (ब्राज़ील) जैसे वेरिएंट के साथ गठबंधन करना और बनाना था। यह जानना हम सभी के लिए आवश्यक है कि एक वायरस का विकसित होना स्वाभाविक है और इसलिए भी विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि भविष्य में COVID के वेरिएंट बढ़ते रहेंगे। और यह कभी न खत्म होने वाला सिलसिला बन चुका है।
जहां पूरी दुनियां COVID-19 की तीसरी लहर का इंतजार कर रही है उसी बीच, एक विशेषज्ञ ने एक भयावह जानकारी साझा करते हुए पूरी दुनियां को हिला दिया है। उन्होंने कोरोना को लेकर चेतावनी दी है कि कोविड का सबसे खतरनाक संस्करण (वेरियंट) कोविड – 22 एक नया उभरता हुआ संस्करण है जो दुनियाँ में आने के लिए तैयार बैठा है।
उस विशेषज्ञ का नाम डॉक्टर साई रेड्डी है। जो कि एक इम्यूनोलॉजिस्ट प्रोफेसर है। डॉक्टर साई रेड्डी के अनुसार, लोगों को इस नए संस्करण के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि यह हमारे लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है।
द सन ने प्रोफेसर रेड्डी के हवाले से कहा, है कि कोविड 19 को लेकर हम जो देख रहे हैं उससे भी बदतर हालात हो सकते हैं। यदि भविष्य में हमें ऐसा कोई रूप दिखाई देता है, तो हमें इसे जल्द से जल्द पहचानना होगा और इसके खिलाफ वैक्सीन निर्माताओं को वैक्सीन बनाने के लिए प्रेरित करना होगा।
उभरता हुआ यह नया संस्करण अधिक जोखिम भरा है और हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। आपको यह जानकर हैरानी होगी की वैज्ञानिकों के एक समूह ने 30 जुलाई को प्रकाशित एक पेपर के माध्यम से ब्रिटेन सरकार को सलाह दी है और कहा है कि कोविड के अधिक घातक होने की प्रबल संभावना है और इसे “यथार्थवादी संभावना” करार दिया है।
कोविड 19 के भयंकर परिणामों को देखते हुए विश्व के विशेषज्ञों की राय भी लगभग एक जैसी ही है। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के कंसल्टेंट वायरोलॉजिस्ट और लेक्चरर डॉ क्रिस स्मिथ ने भी बीबीसी ब्रेकफास्ट पर बोलते हुए कहा की “हम सभी इस बात से सहमत हैं कि यह महामारी तब तक खत्म नहीं हुई है जब तक कि यह दुनिया के हर कोने में खत्म नहीं हो जाती, क्योंकि यह वापस गर्जना के साथ वापस आ जायेगी।”
उन्होंने आगे बताते हुए कहा – “हम सोचते हैं कि यह एक शहर में, एक देश के एक कोने में मुट्ठी भर मामलों से शुरू हुआ… और फिर इसने पूरी दुनिया को ग्रहण कर लिया। और यह हमें नहीं भूलना चाहिए।”
विशेषज्ञों के मुताबिक बिना टीकाकरण के सभी इंसान संभावित सुपर स्प्रेडर है। और वैक्सीनेशन के बिना तो कोई भी संक्रमित इनसान इसे तेज़ी से फैला सकता है।विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना का नया वेरिएन्ट आएगा, ऐसे में हमें केवल एक ही टीकाकरण पर भरोसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके नए और जोखिम भरे वेरियंट आ रहे हैं इसलिए और बेहतर टीकाकरण के लिए हमें तैयारी कर देनी चाहिए। और आने वाले समय में यह कितना खतरनाक या जोखिम भरा हो सकता है इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।
पढ़ें खास खबर–
World's best IQ level developed system