Jamshedpur : मंगलवार 19 अप्रैल, 2022
राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले जमशेदपुर पूर्वी के विधायक श्री सरयू राय ने झारखंड सरकार में स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता का राजनीतिक जीवन खत्म करने की दिशा में अपना ब्रह्मास्त्र चला दिया है।
पूरे पक्के सबूतों के साथ उन्होंने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को पत्र भेज दिया है। उनके आदेश से कोषांग के 59 कर्मियों के खाता में कोविड प्रोत्साहन की अवैध राशि जमा हुई है। वहीं उन्होंने प्रोत्साहन राशि अपने खाता में डालने के लिये अपने दस्तख़त से ट्रेजरी में बिल भी भेजा है। इन सबकी कॉपी विधायक ने सार्वजनिक भी कर दी है। बन्ना गुप्ता अब इस ब्रह्मास्त्र से बचने के लिए कौन सी तैयारी करते हैं यह आने वाला वक्त बताएगा। फिलहाल सबूतों कर आधार पर बन्ना गुप्ता घिर चुके हैं। फैसला मुख्यमंत्री के पास सुरक्षित है।
सरयू राय ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी भी दी है कि बन्ना गुप्ता की चाल पकड़ी गई। उनके आदेश से कोषांग के 59 कर्मियों के खाता में कोविड प्रोत्साहन की अवैध राशि जमा हुई। उन्होंने प्रोत्साहन राशि अपने खाता में डालने के लिये अपने दस्तख़त से ट्रेजरी में बिल भी भेजा है।
आपको बता दें कि अपने सबूतों के साथ सरयू राय ने जानकारी दी है कि मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने पद का किस प्रकार से दुरुपयोग किया है।
वहीं सरयू राय ने सबूतों की श्रृंखला में एक सबूत सार्वजनिक करते हुए कहा की स्वास्थ्य मंत्री ने अपने जिस बैंक खाता में कोविड-19 प्रोत्साहन राशि भेजने का आग्रह ट्रेजरी से किया है उसकी प्रति निम्नवत है-
60 में से 54 लोगों के ऐसे ही विपत्रों का भुगतान डोरंडा ट्रेजरी ने कर दिया है। फिलहाल मंत्री सहित 6 के बिल प्रोजेक्ट भवन ट्रेजरी में रूक गया है।
एक सरकारी पत्र जिसमें दर्शाया गया है कि रुपयों की अवैध निकासी कैसे की गई है-
सं ० सं०-01 / स्था ० मु०-01-12 / 2021 169/1 – पत्र का उल्लेख विधायक सरयू राय ने किया है। यह पत्र स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखण्ड सरकार का है।
इसे मनोज कुमार सिन्हा, सरकार के संयुक्त सचिव के द्वारा महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), रांची को भेजा गया था। इस पत्र के विषय में लिखा गया है: – विभागीय संकल्प संख्या 54 ( 7 ) दिनांक 01.05.2021 . संकल्प सं०- 552 ( 6 ) दिनांक 10.07.2021 के आलोक में अप्रैल 2020 के मूल वेतन / मानदेय के समतुल्य प्रोत्साहन राशि के निकासी एवं भुगतान की स्वीकृति। जिसे आदेश के तौर पर स्वीकृत भी किया गया।
जिन पांच कर्मियों / सहकर्मियों के साथ अवैध निकासी की गई उनके नाम हैं:-
पत्र के माध्यम से आगे लिखा है कि विभागीय सकल्प संख्या 54 ( 7 ) दिनांक 01.05.2021 , संकल्प सं0- 552 ( 8 ) दिनांक 10.07.2021 के आलोक में विभागीय कार्यालय आदेश ज्ञापांक 164 ( 1 ) दिनांक 26.03.2022 द्वारा श्री बन्ना गुप्ता, माननीय मंत्री, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखण्ड, रांची सहित निम्नलिखित पदाधिकारियों / कर्मियों को अप्रैल 2020 के मूल वेतन / मानदेय के समतुल्य प्रोत्साहन राशि के भुगतान की स्वीकृति प्रदान की जाती है –
1 . श्री आसिफ एकराम , माननीय मंत्री के आप्त सचिव
2 . श्री ओम प्रकाश सिंह , माननीय मंत्री के आप्त सचिव ( बाह्य कोटा )
3. श्री संजय ठाकुर , निजी सहायक
4. श्री प्रभात कुमार , निजी सहायक
5. श्री गुणानंद झा . चर्या लिपिक
पत्र में आगे लिखा है – इस राशि के निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी संयुक्त सचिव – सह – निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी मंत्रिमण्डल सचिवालय एवं निगरानी विभाग झारखण्ड, राँची होंगे, जो राशि की निकासी कर माननीय मंत्री, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखण्ड, रांची सहित उपर्युक्त पदाधिकारियों / कर्मियों को भुगतान करेंगे।
राशि कहाँ से निकाली जाएगी इसका भी जिक्र है पत्र में,
आपको बता दें कि पत्र में राशि की निकासी से सम्बंधित विवरण भी दिए गए हैं जिसमें लिखा गया है- सचिवालय कोषागार प्रोजेक्ट भवन, धुर्वा, रांची से की जायेगी। विश्वासभाजन 31-03-20220 ( मनोज कुमार सिन्हा) सरकार के संयुक्त सचिव ज्ञापांक 01 / स्था 0 मु0-01-12 / 2021 1690 ) / स्वा ० , राँची , दिनांक- 31-03-2021 प्रतिलिपि – वित्त विभाग ( बजट शाखा ) झारखण्ड , राँची / कोषागार पदाधिकारी , प्रोजेक्ट भवन , धुर्वा , रांची / निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी , मंत्रिमण्डल , सचिवालय एवं निगरानी विभाग झारखण्ड , राँची / लेखा शाखा , मंत्रिमण्डल , सचिवालय एवं निगरानी विभाग झारखण्ड , राँची को दोहरी प्रति में सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यार्थ प्रेषित।
साथ ही रुपयों की निकासी से जुड़े अन्य दस्तावेज भी सार्वजनिक कर दिए हैं।