सबसे रहस्यमयी खगोलीय घटना जिससे मनुष्य जाति है अंजान।

NASA : मंगलवार 30 नवंबर, 2021

अनन्त ब्रह्मांड और ग्रहों की दुनियां अनोखी और विस्मित करने वाली है। इस अज्ञात जीवन को जानने की ललक वर्षों पुरानी है। मनुष्य इसे जितना जान पाया है उससे भी अधिक कई रहस्य इसमें समाये हुए हैं। हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार हर पल ब्रह्मांड का जन्म और नाश होता रहता है। इसकी कोई सीमा ही नहीं है क्योंकि इसकी सीमा अभी तक अज्ञात है।

THE NEWS FRAME

वैज्ञानिक भी यही मानते है कि यूनिवर्स या ब्रह्मांड या आकाशगंगाएं अनंत है। समझने के लिए हम मान सकते हैं कि जैसे समंदर में रेत का एक कण है ठीक उसी प्रकार अनन्त आकाश में एक आकाशगंगा है। और उस आकाशगंगा में भी असंख्य सौर परिवार हैं। वहीं एक सौर परिवार में ही कई ग्रह-नक्षत्र हैं। 

इन खगोलीय पिंडों के द्वारा आकाशगंगा में होने वाली घटनाएं भी बड़ी विचित्र होती है। जिसकी कल्पना करना भी कल्पना से परे की बात है। इस कड़ी में एक खगोलीय घटना है- ब्लैक होल।

धरती के वैज्ञानिक आजतक इसकी कार्यशैली और गतिशीलता का अध्ययन करने में लगे हैं। इसकी समस्त जानकारी जुटा पाना अभी तक संभव नहीं हो पाया है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसका निर्माण और अंत अभी तक अज्ञात है। ब्लैक होल अपने आसपास की प्रत्येक वस्तु को निगल लेता है। चाहे वह कोई ग्रह हो या उल्कापिंड, यहां तक कि प्रकाश ही क्यों न हो।

अमेरिकी अन्तरिक्ष एजेंसी नासा हर पल आकाशीय घटनाओं को कैद करने की कोशिश में लगी रहती है। निरंतर अपने कार्य दिनों में नासा ने ब्रह्मांड के कई रहस्यों को कैमरे के द्वारा कैद करते हुए दुनियाँ के सामने साझा किया है। इसी क्रम में नासा ने ब्लैक होल की एक खगोलीय घटना को साझा करते हुए ट्वीट किया है। नासा के अनुसार जब ब्लैक होल आपस में टकराते हैं, तो वे आस-पास की सामग्री (ग्रह-नक्षत्र, उल्कापिंड, धूल आदि) को प्रकाश से विकीर्ण कर सकते हैं।  2020 के एक अध्ययन ने एक झुलमुलाती चमक का पहला अवलोकन किया, वह तब उत्पन्न हुआ होगा जब दो छोटे ब्लैक होल आपस में विलय कर एक नए, बड़े ब्लैक होल के रूप में हो गए थे।

यहां इस घटना में आप ऐसा मान सकते हैं कि जब ये दो ब्लैक होल आपस में टकराते या विलय होते हैं तब आस-पास की सामग्री जैसे ग्रह-नक्षत्र, उल्कापिंड, धूल यहां तक कि प्रकाश भी सोख लिए जाते हैं। एक प्रकार से इस ब्लैक होल में जा कर गायब हो जाते हैं। इस घटनाक्रम का चित्र आप बखूबी देख सकते हैं।

सबसे रहस्यमयी बात यह है कि निगली जाने वाली प्रत्येक वस्तु इस होल के दूसरी ओर नहीं जाती या जाते हुए दिखाई ही नहीं देती। यह कुदरक का एक ऐसा अजूबा है जिसे पढ़ पाना अभी तक असम्भव है।

When black holes collide, they could cause nearby material to radiate with light. A 2020 study made the first-ever observation of a flare that may have been produced when two smaller black holes merged to form a new, larger black hole: https://t.co/ign9NtsXc2#BlackHoleFriday pic.twitter.com/lRmUEe4bBB

— NASA (@NASA) November 26, 2021

इस सम्बंध में नासा की आधिकारिक वेबसाइट पर बताया गया है कि पहली बार

खगोलविदों ने दो ब्लैक होल के विलय से होने वाले अद्भुत प्रकाश को देखा है। इस खगोलीय घटना से रहस्यमय अंधेरी वस्तु (ब्लैक होल) के बारे में कुछ नया जानने का अवसर मिलेगा।
नासा द्वारा साझा किए गए इस तस्वीर में डिस्क से घिरे एक सुपरमैसिव ब्लैक होल को दर्शाती है। इस डिस्क में एम्बेडेड दो छोटे ब्लैक होल हैं जो एक नया ब्लैक होल बनाने के लिए एक साथ विलय हो रहे हैं।
वेबसाइट में यह भी बताया गया है कि जब दो ब्लैक होल एक-दूसरे के चारों ओर घूमते हैं और अंततः टकराते हैं, तो वे अंतरिक्ष और समय में गुरुत्वाकर्षण तरंगें भेजते हैं –  जिन्हें पृथ्वी पर अत्यंत संवेदनशील उपकरणों से देखा जा सकता है और उसके बारे में पता लगाया जा सकता है। चूंकि ब्लैक होल और ब्लैक होल विलय की घटना में वह क्षेत्र पूरी तरह से अंधेरा होता हैं, इसलिए ये घटनाएं दूरबीनों और खगोलविदों द्वारा उपयोग किए जाने वाले अन्य (प्रकाश में अध्ययन या पता लगाने वाले) उपकरणों के लिए अदृश्य हैं।  हालांकि, सिद्धांतकार इस बारे में विचार लेकर आए हैं कि कैसे एक ब्लैक होल विलय आस-पास की सामग्री को विकीर्ण करके एक प्रकाश संकेत उत्पन्न कर सकता है।
सैन डिएगो के पास पालोमर वेधशाला में स्थित कैल्टेक की ज़्विकी ट्रांजिएंट फैसिलिटी (जेडटीएफ) का उपयोग करने वाले वैज्ञानिकों ने देखा होगा कि ऐसा परिदृश्य क्या हो सकता है। यदि पुष्टि की जाती है, तो यह टकराने वाले ब्लैक होल की एक जोड़ी से पहली ज्ञात प्रकाश चमक होगी।
वेबसाइट के अनुसार विलय की पहचान 21 मई, 2019 को दो गुरुत्वाकर्षण तरंग डिटेक्टरों – नेशनल साइंस फाउंडेशन के लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल-वेव ऑब्जर्वेटरी / LIGO, और यूरोपीय कन्या डिटेक्टर – द्वारा GW190521g नामक एक कार्यक्रम में की गई थी।  उस खोज ने ZTF वैज्ञानिकों को उस स्थान से प्रकाश संकेतों की तलाश करने की अनुमति दी जहां गुरुत्वाकर्षण तरंग संकेत उत्पन्न हुआ था।  इन गुरुत्वाकर्षण तरंग डिटेक्टरों ने न्यूट्रॉन तारे नामक घने ब्रह्मांडीय पिंडों के बीच विलय को भी देखा है, और खगोलविदों ने उन टकरावों से प्रकाश उत्सर्जन की पहचान की है।

Leave a Comment