Jamshedpur : बृहस्पतिवार 25 नवंबर, 2021
भाजमो जमशेदपुर महानगर जिलाअध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करतें हुए रघुबरवादी नेता रामबाबू तिवारी के ऊपर कड़ा प्रहार करते हुए एक गिरे हुए व्यक्तितत्व एवं ओच्छी मांसिकता का एक मूर्ख और अज्ञानी व्यक्ति करार दिया है। धर्म की आड़ में और राजनीति संरक्षण में अपराधिक गतिविधियों को संचालित करने में रामबाबू तिवारी को महारत हासिल है। सुबोध श्रीवास्तव ने कहा की श्री श्री लोकसंकट मोचक हनुमान मंदिर साकची को राजनीति अखाड़ा बनाने की सुनियोजित साजिश खुलकर सामने आ रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास के पालतु रामबाबू तिवारी ने कल मंदिर स्थल आकर अपने बयानों से यह स्पष्ट कर दिया कि वे कांग्रेस पार्टी से झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता के गुप्तचर की भूमिका के रूप में कार्य कर रहे हैं और यह साँठ गाँठ शहर के माहौल को बिगाड़ने के लिए बनाया गया। श्री श्री लोक संकट मोचक हनुमान मंदिर निर्माण के लिए साकची के सभी दुकानदारों ने एक मत से मंदिर निर्माण के लिए समिति बनायी है और क्षेत्र के विधायक सरयू राय को उ समिति का मुख्य संरक्षक बनाया है।
कल रामबाबू तिवारी ने जिस प्रकार साकची शहीद चौक में मंदिर के समीप धमकी भरे लहजे में मंदिर पर जोर जबरदस्ती आधिपत्य जमाने की बात कहकर स्थानीय लोगों को ललकारा है यह पूर्व की तानाशाही रघुबर सरकार के कार्यकाल समझने की वह भूल कर रहें हैं।
इस बात से सभी भलीभांति परिचित है की रघुबर दास के नवरत्नों में शुमार रामबाबू के ऊपर शहर के खुंकार अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगता रहा है और पूर्वी विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में अपने आक़ा की धौंस पर लोगों का जीना मुहाल किया था। रामबाबू ने कल अपने ऊपर दर्ज मुकदमों में मंत्री बन्ना गुप्ता के सहयोग से बरी होने की बात का एलान किया। क्या मंत्री इस बात का सत्यापन करेंगे की शहर के सभी अपराधिक मुकदमों में मंत्री कानून से उपर उठकर लोगों को बरी करनें में मदद् कर रहे हैं।
रघुबरवादी रामबाबू ने अपने आक़ा के इशारे पर झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता की खुलकर महिमामंडन कर रहे हैं। एसे लोक जो अपने दल ने सगे नहीं उनसे जनता क्या आकांक्षा रखेगी। साकची बाजार के लोग वर्षों से एक साथ भाईचारे और सद्भाव के साथ व्यापार करते हैं और कभी किसी मंदिर के लिए कोई विवाद नहीं खड़ा किया लेकिन दुर्भाग्य कि बात है की शहर के एक राष्ट्रीय स्तर के नेता अपने पालतुओं को बाजारों में
में भौंकने के लिए खुलेआम छोड़ कर व्यवसायियों के बीच भय का वातावरण उतपन्न करना चाहते हैं।