शिव पुजन सिंह, केन्द्रीय अध्यक्ष, सिंहभूम केन्द्रिय वरिष्ठ नागरिक समिति जमशेदपुर। |
जमशेदपुर | झारखण्ड
वरिष्ठ नागरिक समाज के धरोहर और अनुभव शील व्यक्ति हैं। ढलती उम्र में उनकी कमाई और शक्ति अवश्य क्षीण होती जाती है लेकिन उनका अनुभव दिन प्रतिदिन बढते जाता है। अगर वे अनुभव को राष्ट्र और समाज को समर्पित करते हैं तो निश्चित राष्ट्र और समाज का स्वरूप बदल जायेगा हमनें आज तक जो भी सिखा है अपने पूर्वजों से सिखा है।आज हमारा समाज संस्कार विहिन होते जा रहा है कि पश्चिमी सभ्यता के लोग अपनी सभ्यता संस्कार संस्कृति और शिक्षा को हमारे बच्चों में समावेश करने के लिए काफी प्रयत्न कर रहे हैं लेकिन हम अपने घर में अपने बच्चों को अपनी संस्कृति सभ्यता संस्कार और शिक्षा का समावेश नहीं कर रहे हैं सिर्फ इतना कहकर रह जाते हैं कि आज का समय बदल गया है इसके लिए हम वरिष्ठ नागरिक। कम दोषी नहीं है और आने वाली पीढ़ी हम बुजुर्गों पर दोषारोपण करेगी।
कुछ बुजुर्ग तो ऐसे होते हैं कि रिटायरमेंट के बाद समझते है कि हमारे ज़िन्दगी का काम समाप्त हो गया और वो अपने मौत की घड़ियों को गिन गिन कर जिन्दा रहते ही मर जाते हैं और उनका सारा अनुभव चिता में जलकर राख हो जाता लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो ६० वर्ष के बाद राष्ट्र और समाज हित में काम करने लक्ष्य बना लेते हैं और वे १०० साल तक की जिन्दगी में स्वस्थ और सक्रिय होकर काम करते हैं जिनके नही रहने पर भी समाज उनको याद करता है और उनके पद चिन्हों का अनुशरण करता है। तो सिंहभूम केन्द्रिय वरिष्ठ नागरिक समिति तीन अभियान। चलाने जा रही है पहला नशा उन्मूलन दूसरा नदियों को प्रदुषण से मुक्त कराना और तीसरा सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में बच्चों में भारतीय संस्कृति सभ्यता संस्कार और शिक्षा का समावेश कर एक सभ्य और सुसंस्कृत समाज की स्थापना करना। अतः आग्रह है शहर के सभ वरिष्ठ नागरिकों से की इस नेक काम में सहयोग और सुझाव देने का कष्ट करें।