लगातार हो रही बारिश को लेकर अलर्ट पर जिला प्रशासन, खरकई खतरे के निशान के नजदीक। उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री द्वारा बीडीओ, सीओ, नगर निकाय पदाधिकारियों को सभी आवश्यक कदम उठाने का दिया गया निर्देश।

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जमशेदपुर  |  झारखण्ड 

पूर्वी सिंहभूम जिला में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है।  खरकई नदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर तथा खतरे के निशान के नजदीक पहुंचने के कारण उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री द्वारा सभी बीडीओ, सीओ व नगर निकायों को जरूरी एहतियातन कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान में खरकई का वॉटर लेवल 128.90 है जो खतरे के निशान 129.00 से मात्र .10 ही कम है। 

उपायुक्त द्वारा बारिश के कारण जमशेदपुर शहर से होकर गुजरने वाली स्वर्णरेखा व खरकई नदियों के तटीय क्षेत्रों में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हो इसको लेकर सभी तटीय क्षत्रों में रहने वाले लोगों को माइकिंग के द्वारा लगातार अलर्ट करने तथा नदी किनारे तरफ नहीं जाने को लेकर आगाह करते रहने का निर्देश दिया गया है।  

उपायुक्त ने कहा कि डूब क्षेत्र में नदी का पानी घुसने पर तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को चिन्हित आश्रय गृह में भेजना सुनिश्चित करें। लाइफ सेविंग जैकेट, नाव, मेडिकल किट आदि के मुकम्मल इंतजाम के निर्देश दिए गए हैं ताकि आकस्मिक स्थिति में ऊहापोह की स्थिति नहीं रहे। कदमा, बागबेड़ा, भुइँयाडीह, कल्याणनगर, शास्त्रीनगर, मानगो, जुगसलाई आदि में नदी के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से भी सतर्क रहने की अपील की गयी है। उपायुक्त ने कहा कि जानमाल की सुरक्षा सर्वोपरी है ऐसे में लोगों से विशेष अपील है कि प्रशासन द्वारा दिये जा रहे दिशा निर्देशों का अनुपालन अवश्य करें। 

जिला दण्डाधिकारी- सह- उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देशानुसार जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मुखियागण एवं पंचायत सचिव के साथ बैठक किया। जिले में लगातार हो रही भारी वर्षा को देखते हुए वैसे सभी ग्राम पंचायत जो नदी के किनारे हों वहां माइकिंग के माध्यम से आम जन को नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर माइकिंग के माध्यम से आगाह करने एवं आवश्यकतानुरूप सुरक्षित स्थलों में भेजे जाने की बात कही गयी। सभी पंचायत सचिव एवं मुखियागण को यह भी निर्देश दिया गया कि पंचायत भवन को खुला रखें ताकि किसी का घर भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त होने पर वो पंचायत भवन में शरण ले सकें। उक्त वीसी में सभी प्रखंड समन्वयक एवं कनीय अभियंता भी जुड़े।

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