Jamshedpur : सोमवार 23 अगस्त, 2021
मानगो जाकिर नगर रोड नं 13 में शान-ए-वारिस कमेटी के द्वारा मोहरर्म के तीज़ा के शुभ अवसर पर कोविड-19 प्रोटोकाॅल के मुताबिक नतिया मुशैरा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में आये शायरों ने अपने कलाम से महफिल जिक्र-ए-हुसैन को नम आंखो में डुबो कर रख दिया।
वहीं मंजूर आलम साबरी ने अपने कलाम में पढ़ा कि ए हुसैन हम कहाँ से लेकर आप का सबी इस जहां में-
आप अकेले है इस और जहां में। वफा का नाम है ए अब्बास- तो ने सुखे होंठ और कटे बाजू से मोहब्बत-ए-हुसैन साबित कर रख दिया।
महफिल-ए-मुशयरा के बाद नज़र-ओ-नियाज़ जहां पेश किया गया तो वहीं सभ्य एजुकेशन वेलफेयर ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं शान-ए-वारिस कमेटी के महासचिव जोगन अशरफ हुसैन वारसी बाबा ने स्वयं अपने हाथों से अकिदतमंदो के बीच तबर्रूख परोसा और साथ ही साथ उपस्थित लोगों के बीच बैठ स्वंय भी ग्रहण किया।
मौके पर जोगन अशरफ हुसैन वारसी बाबा ने कहा कि यह महफिल-ए-हुसैन है जहां धर्म और जाति कि कोई दिवार नहीं है। आज नज़र उठा कर देख लीजिए कि दुनिया के किसी धर्म के लोग अपने बच्चों का नाम यज़ीद नहीं रखते है। लेकिन हसन ओ हुसैन से मोहब्बत करने वालें हर एक धर्म के लोग है।
मौके पर शान-ए-वारिस कमेटी के सक्रिय सदस्य सखावत हुसैन अशरफी, नात खां नयर अशरफी, मंजूर आलम साबरी, अय्यूब फैजी अशरफी, सभ्य ट्रस्ट के अध्यक्ष वसीम खान, सचिव मो सद्दाम अंसारी, कोषाध्यक्ष मतिउल्लाह अंसारी, संरक्षक एम-एस-खान, सक्रिय सदस्य रजी, मुख्तार उर्फ राजू, जावेद सुरी आदि उपस्थित थे।
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