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झारखंड

मुरली ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन ने आज 26 नवम्बर को मनाया संविधान दिवस।

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जमशेदपुर । झारखंड

26 नवंबर 2023 संविधान दिवस के आज 26 नवंबर 2023 के दिन मुरली ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन – जमशेदपुर  में मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियो को संबोधित करते हुए के डायरेक्टर डॉ नूतन ने कहा कि  भारतीय संविधान एक मात्र ऐसा महाग्रंथ है, जिससे सम्पूर्ण समाज को परिवर्तित किया जा सकता है। संविधान के माध्यम से एससी, एसटी, ओबीसी और सामान्य सभी संप्रदाय के लोग बहुत लाभान्वित होते हैं और अपने मौलिक अधिकार के तहत विकास की राह में चलते हैं। मूलवासी समुदाय के संपूर्ण एवं बहुमुखी विकास के लिए भी शिक्षा एक महत्वपूर्ण साधन एवं संसाधन की तरह है। 

संविधान के माध्यम से मौलिक मूल्य अधिकारों कर्तव्यों दर्शन और लोकाचार को उजागर करने के लिए बनाई गई है।  जिन पर हमारा संविधान स्थित है। भारतीय संविधान की प्रस्तावना इस प्रकार से है।  हम भारत के लोग भारत को एक संप्रभु समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने और इसके सभी नागरिकों को सुरक्षित करने का गंभीरता से संकल्प लेते हैं। न्याय सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विचार, अभिव्यक्ति  विश्वास और पूजा की स्वतंत्रता, स्थिति और अवसर की समानता और उन सभी के बीच व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता वाली बंधुता को बढ़ावा देना। 

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निदेशक डॉक्टर नूतन  ने  संविधान दिवस पर  पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संविधान की गरिमा पूरे विश्व में अनोखा अनोखा एवं अनूठा है इतनी बड़ी संविधान पूरे विश्व में किसी और देश का नहीं है इस संविधान के तहत सभी धर्म संप्रदाय के लोग आपसी सद्भावना के तहत रहते हैं और खुशी-खुशी जीवन यापन करते हैं संविधान की रक्षा करना हम सब की दायित्व है और इसके नक्शे कदम पर चलना हम सबका कर्तव्य है। मुरली ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन – जमशेदपुर  जन – समाज के बीच हमेशा से सहायक बना रहेगा। 

मुरली ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के तहत मुरली पब्लिक स्कूल एवं चिकित्सा  क्षेत्र के रूप में शिक्षा के लिए मुरली पारामेडिकल एवं रिसर्च कॉलेज के माध्यम से दी जा रही है – उस में एससी, एसटी, ओबीसी के प्रत्येक समाज के विद्यार्थियों के बीच हमेशा के लिए संस्थान लोगों के लिए मददगार बना रहेगा।

डॉ शालिनी ने झारखंड की सामाजिक संरचना पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड की सामाजिक समरसता अपने आप में एक उदाहरण है, यहां सभी संस्कृति और धर्मों के लोग शांति और सद्भावना के परिवेश में एक साथ रहते  हैं।

झारखंड को कभी पिछड़ा और गरीब राज्य समझा जाता था, जबकि हकीकत कुछ और ही है । इससे समृद्ध राज्य पूरे देश में नहीं है लोग जागरुक हो रहे हैं। जिसके कारण अब स्थिति बदल रही है। आज ही के दिन 23 वर्ष को झारखंड राज्य का निर्माण हुआ विकास के लगभग प्रत्येक क्षेत्र में झारखंड अब प्रगति कर रहा है। एक शिक्षक के रूप में इसके विकास के लिए जो योजना हम सभी के सामने है, सभी शिक्षक मिलकर उसका क्रियान्वयन करेंगे।

इस अवसर पर मुख्य सहायक श्रीमती  मिताली ने भी अपने विचार व्यक्त किये।  

कार्यक्रम का संचालन श्रीमती नमिता बेरा ने किया  तथा धन्यवाद ज्ञापन  श्रीमती मालती साहू ने किया।  इस अवसर पर निर्देशक डॉं नूतन, डॉ  शालिनी, प्रदीप राय, सुमन कुमार, संजय सिंह, शशिकला देवी एवं अन्य उपस्थित थे।

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