जमशेदपुर | झारखण्ड
मुरली ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन जमशेदपुर में आज गुरु नानक जयंती/प्रकाश पर्व मनाया। डायरेक्टर डॉक्टर नूतन रानी महोदया ने बताया कि – गुरु नानक साहब की याद में न केवल गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं और ज्ञान का सम्मान करता है। बल्कि सिख दर्शन के मूल सिद्धांतों को मूर्त रूप देख देते हुए एकता को भी बढ़ावा देता है। हिंदू महीने कार्तिक के 15 चंद्र दिवस पर या कार्तिक पूर्णिमा में यह मनाया जाता है।
हर साल 27 नवंबर को गुरु नानक जयंती मनाई जाती है। इस साल इस दिन कार्तिक पूर्णिमा भी है। गुरु नानक जयंती सिख धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार है । इस दिन को प्रकाश पर्व के रूप में भी मनाया जाता है । यह दिन सिख समुदाय के लिए काफी खास होता है। ऐसा माना जाता है, की गुरु नानक जी का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था। इस दिन सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारे में जाकर गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ करते हैं। और लंगर करवाया जाता है, गुरु नानक जयंती के दिन गुरुद्वारा को फूलों से सजाया जाता है।
गुरु नानक देव के जन्मदिन को गुरु पर्व और प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। गुरु पर्व पर सभी गुरुद्वारों में भजन कीर्तन किए जाते हैं और प्रभात फेरी भी निकल जाती है। ऐसे में मान्यताओं के अनुसार गुरु नानक जी ने सिख धर्म की नींव रखी थी। इसलिए उन्हें सिख धर्म का पहला गुरु माना जाता है। यह नानक जी ही थे जिन्होंने एक ओंकार के पवित्र शब्द लिखें। यह बलिदान सिखों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस बैठक में श्रीमती शशिकला देवी, मिताली, श्री एस मिस्त्री, प्रदीप राय, नमिता बेरा , देव, डॉक्टर शालिनी एवं अन्य विद्यार्थियों ने भाग लिया।