जमशेदपुर | झारखण्ड
भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के अवर सचिव श्री मधुकर पांडे जी ने मानगो नगर निगम क्षेत्र का दौरा किया। उनका मुख्य उद्देश्य डे एनयूएलएम (दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन) और पीएम स्व निधि योजना के लाभार्थियों से मुलाकात करना और योजनाओं के लाभों के बारे में जानकारी प्राप्त करना था।
महिला सशक्तिकरण पर ज़ोर:
श्री पांडे जी ने अपनी यात्रा के दौरान महिला सशक्तिकरण पर विशेष ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में गरीब महिलाओं के लिए आजीविका विकास, सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए शहरी आजीविका इकोसिस्टम पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें उचित प्रशिक्षण, कौशल विकास और वित्तीय सहायता प्रदान करना आवश्यक है।
स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहन:
श्री पांडे जी ने स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने एसएचजी को अपने व्यवसायों को आगे बढ़ाने के लिए नवीनतम तकनीकों और रणनीतियों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने उन्हें सोन चिड़िया ब्रांड जैसे सरकारी ब्रांडों का लाभ उठाने और अपने उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने एसएचजी को बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली तक बेहतर पहुंच प्रदान करने की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया।
पीएम स्व निधि योजना:
श्री पांडे जी ने पीएम स्व निधि योजना के तहत ऋण प्राप्त करने वाले लाभार्थियों से मुलाकात की। उन्होंने योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने और अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने के लिए ज़रूरी कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने योजना के तहत ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाने और लाभार्थियों को ऋण वापसी के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
महिला आश्रय गृह का निरीक्षण:
श्री पांडे जी ने मानगो नगर निगम क्षेत्र में संचालित महिला आश्रय गृह का भी निरीक्षण किया। उन्होंने आश्रय गृह में रहने वाली महिलाओं और बच्चों की सुविधाओं और सुरक्षा का जायज़ा लिया। उन्होंने आश्रय गृह में रहने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन करने की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया।
उप नगर आयुक्त का आभार:
उप नगर आयुक्त श्री सुरेश यादव ने श्री मधुकर पांडे जी के दौरे को उपयोगी बताया और उनके प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्री पांडे जी के दौरे से नगर निगम को योजनाओं के क्रियान्वयन में बेहतर तरीके से काम करने की प्रेरणा मिलेगी।
उपस्थित अधिकारी:
इस अवसर पर सीएमएम (सीटी मिशन मैनेजर), सीओ (कंसल्टेंट), सीआरपी (कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन) और योजना के लाभार्थी उपस्थित थे।
अतिरिक्त जानकारी:
* श्री मधुकर पांडे जी ने महिलाओं के नेतृत्व वाली शहरी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए प्रभाव ब्रांड जैसे नवीन वित्तीय साधनों का उपयोग करने और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने की पहल करने की जानकारी दी।
* उन्होंने शहरी गरीब महिलाओं के साथ मिलकर गरीबी उन्मूलन के लिए स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए कार्यों की सराहना की।
मानगो नगर निगम में श्री पांडे जी के दौरे की सफलताएँ और भविष्य की योजनाएँ:
स्वयं सहायता समूहों की सफलताएँ:
* श्री पांडे जी ने “सिद्धेश्वरी महिला समिति” और “बालाजी स्वयं सहायता समिति” द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।
* “सिद्धेश्वरी महिला समिति” मिट्टी के बर्तन बनाकर अच्छा मुनाफा कमा रही है। श्री पांडे जी ने उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों का उपयोग करके और शादियों आदि के लिए ऑर्डर लेकर अपने व्यवसाय को बढ़ाने का सुझाव दिया।
* “बालाजी स्वयं सहायता समिति” चाउमीन का निर्माण और बिक्री करती है। श्री पांडे जी ने उन्हें सरकारी ब्रांडिंग का लाभ उठाने और अपने उत्पादों को “सोन चिड़िया” ब्रांड के तहत बेचने का सुझाव दिया।
पीएम स्व निधि योजना से लाभ:
* श्री पांडे जी ने योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने और अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने पर ज़ोर दिया।
* उन्होंने योजना के तहत ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाने और लाभार्थियों को ऋण वापसी के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया।
महिला आश्रय गृह में सुधार:
* श्री पांडे जी ने आश्रय गृह में रहने वाली महिलाओं और बच्चों की सुविधाओं और सुरक्षा का निरीक्षण किया।
* उन्होंने आश्रय गृह में रहने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
भविष्य की योजनाएँ:
* श्री पांडे जी ने महिलाओं के नेतृत्व वाली शहरी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए प्रभाव ब्रांड जैसे नवीन वित्तीय साधनों का उपयोग करने और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने की बात की।
* उन्होंने शहरी गरीब महिलाओं के साथ मिलकर गरीबी उन्मूलन के लिए स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे कार्यों को और आगे बढ़ाने का सुझाव दिया।
* उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग, ग्रीन इकॉनमी, ई-कॉमर्स और क्लाउड किचन जैसे बढ़ते क्षेत्रों में महिलाओं को शामिल करने पर ज़ोर दिया।