Jamhsedpur : बृहस्पतिवार 24 नवम्बर, 2022
भाजमो मानगो नगर निगम समिती की वृहत बैठक सह चुनाव पर चर्चा का आयोजन मानगो डिमना रोड स्थित दैनिक जागरण के पूर्व कार्यालय के सभागार में आयोजित हुई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय उपस्थित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान बिरसा मुंडा, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडीत दिन दयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्पर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित कर किया गया।
श्री राय ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा की मानगो नगर निगम में जो भी लोग चुन कर आए वे किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं बल्कि अपनी टोली, मोहल्ले के विकास के लिए पुरी निष्ठा से कार्य करें। श्री राय ने कहा की नगर पालिका चुनाव से सरकार ना तो बनती है ना बिगड़ती है।
श्री राय ने कहा जब वह 18 वर्ष पूर्व जब प्रथम बार पश्चिम विस से विधायक बन कर आए थे तब मानगो में समस्याओं का अंबार था। उन्होंने 15 वर्षों में मानगो में कई परिवर्तन कराने का प्रयास किया। लंबी कतार बाल्टी, तसला लेकर पानी लेने के लिए लगती थी। इस संकट को देखते हुए घर घर पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बहाल करायी। बिजली का ढांचा नही था इसके लिए अलग से बालिगुमा में पावर ग्रीड बनाया, एक दर्जन से अधिक छोटे – छोटे सबस्टेशन बनवाए।
श्री राय ने कहा की उनकी इच्छा थी की मानगो को इस तरह बनाए की यहाँ के निवासियों को अपनी जरूरतों के बिष्टुपुर साकची नहीं जाना पड़े और इसी क्षेत्र में एक बेहतर बाजार उन्हें उपलब्ध हो।
मानगो में एक छोर से दुसरे छोर जाने के लिए बीच से कोई रास्ता नहीं है इसके लिए उनकी योजना थी की मानगो में कुछ घरों को उचित मुआवाजा देकर स्थानांतरित करें और एक आद चौड़ी सड़क बीच से आवागमन के लिए बनाई जाए।
श्री राय ने कहा की नगर निगम चुनाव के तिथियों की कल घोषणा हो जानी चाहिए थी। लेकिन कुछ कारणों से चुनाव टालने की बात हुई है।
श्री राय ने 1932 आधारीत स्थानीय नीती पर अपने विचार रखते हुए कहा की ऐसी हवा बनाई जा रही है की जिसके पास 1932 का खतियान नहीं है वहाँ स्थानीय नहीं है। कोई भी राजनीतिक दल के लोग स्थानीयता के विषय पर साफ साफ नहीं बोल रहे है। श्री राय ने कहा की इस मुद्दे पर उनके विचार स्पष्ट हैं की बहुसंख्यक आबादी जो राज्य में 80 प्रतिशत है उनके हित की बात हो लेकर हो लेकिन 20% की हकमारी नहीं होनी चाहिए। उनका महत्व मिलना चाहिए। हम अपने अधिकारों के लिए सचेत रहेंगे, लड़ेंगे। जो लोग 50-70 वर्षों से यहाँ रह रहे है। विभिन्न राज्यों से आकर यहाँ बसें है उनके हितों की रक्षा करेंगे। वर्ष 2000 के बाद जो यहाँ रह गया, वह झारखंडी हैं। जैसे पहले बिहार में झारखंड था उसी प्रकार झारखंड में भी आज एक बिहार बस्ता है। 1932 खतियान कोई भी सरकार लागू नहीं कर सकती हैं। हाइकोर्ट के 5 जजों की बेंच ने विस्तार में इस बात को कहा है।
श्री राय ने इस मामले में मंत्री बन्ना गुप्ता को आड़े हाथों लिया और कहा की 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति कैबिनेट में पास हुई तब मंत्री ने ताली बजाया। यहाँ की जनता के हितों के साथ कुठाराघात किया और अब अखबारों में कहते है की पत्नी को मेयर का चुनाव लड़ांएगें। आनन फानन में पत्नी और भाई का यहाँ की मतदाता सूची में नाम दर्ज कराया। भाई और पत्नी को खड़ा करना था तो लोगों के बीच भ्रम फैलाया कि फ्लाईओवर बनवा देंगे। नगर निगम में जो भी उनके परिवारवाद का विरोध कर रहा है। उस पर केस मुकदमा करवा का जेल भिजवा दे रहे हैं ।
श्री राय ने कहा की मानगो को जाम मुक्त बनाने के लिए सरकार की पूर्व की योजना: लिट्टी चौक से लेकर डिपीएस स्कूल तक एक पुल और सड़क निर्माण, मानगो बस स्टैंड से लेकर नागा बाबा मंदिर तक छोटा फ्लाईओवर निर्माण से मानगो को जाम मुक्त बनाने के लिए हेवी वेहकल और ट्रैफिक को मानगो के बाहर से ही डाइवर्ट किया जा सकता है।
जनता तय करे की मानगो को जाम मुक्त बनाने के लिए कैसी योजना पर कार्य हो। 500 करोड़ रूपए की योजना से मानगो के मेन रोड के बीचों बीच से दो– दो फ्लाईओवर निकालकर मानगो को बदसूरत बना के अथवा मानगो के बाहर से ही ट्रैफिक और हेवि वेहकल के रूट को डाइवर्ट करके।
श्री राय ने कहा की मानगो नगर निगम समिती मानगो क्षेत्र के गैर राजनीतिक प्रबुद्ध और जागरूक निवासियों से संपर्क स्थापित करेगी और मानगो में अच्छे और साफ छवी के इमानदार और कर्मठ नेतृत्व के लोगों को मानगो नगर निगम चुनाव के लिए तैयार करेगी।
बैठक की अध्यक्षता समीती के संयोजक कुलविंदर सिंह पन्नु ने किया. बैठक में मुख्य रूप से भाजमो महानगर अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, समाजसेवी शिवपुजन सिंह, शंकर पोद्दार, डी ठाकुर, श्रीमन तृगुन, शैलेंद्र सिंह,धर्मेंद्र प्रसाद, आकाश शाह, कन्हैया ओझा, प्रेम सक्सेना, प्रवीण सिंह, सुनिता सिंह, प्रेम दीक्षित, निरज साहु, राहुल प्रसाद, संतोष भगत, राजन राजपुत, अभिजित सेनापति, अशोक सिंह, संतोष चौहान, शेषनाथ पाठक, राघवेंद्र प्रताप सिंह, तिलेश्वर प्रजापती, रीता सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।