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मंगल ग्रह पर लोगों को भेजने वाले प्रोजेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों को भूखों भी रहना पड़ा था।

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दोस्तों, दुनियाँ के सबसे बड़े रईस एलन मस्क का यह सपना है की धरती वासी मंगल में बसें। जिसके लिए उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर काम भी करना आरंभ कर दिया है। 

लेकिन क्या आप जानते हैं? मंगल पर शहर बसाने के मिशन में लगे कर्मचारियों को भुखमरी का दिन देखना पड़ा था। 

जी हाँ, इतने बड़े मिशन को कामयाब बनाने में लगे कर्मचारियों को भूखों भी रहना पड़ा था।

बता दें कि एलन मस्‍क की कंपनी स्‍पेसएक्‍स के बारे  में छपी एक किताब मे इस बात का दावा किया गया है। इस किताब में बताया गया है कि इस प्रोजेक्ट के प्रारंभिक दिनों में स्‍पेसएक्‍स कंपनी के इंजीनियर और कर्मचारी प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप ओमेलेक पर रहते थे। प्रायः ओमेलेक पर खाद्य सामग्री समाप्त हो जाया करती थी। इस द्वीप पर ही लॉन्‍चपैड और फॉल्‍कन 1 रॉकेट के लिए सेटअप बनाया जा रहा था।

‘लिफ्ट ऑफ’ नामक पुस्तक (जिसे आर्स टेक्निका के स्‍पेस एडिटर एरिक बर्गर ने लिखी है।) में एलन मस्‍क की कंपनी SpaceX के आरंभिक दिनों के बारे में बताया गया है। बर्गर के इस किताब में लिखा है कि स्‍पेसएक्‍स के इंजीनियर ओमेलेक द्वीप पर रह कर काम करते थे।  यह द्वीप मार्शल आईलैंड का एक हिस्‍सा है। वर्ष 2005 में एक बार ऐसी स्थिति में आ गई थी की ओमेलेक द्वीप पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए खाना खत्‍म हो गया था और वे भुखमरी की कगार पर पहुंच गए थे। 

बर्गर अपनी किताब में लिखते हैं कि वर्ष 2002 में स्‍पेसएक्‍स की स्‍थापना की गई थी। वहीं इस द्वीप पर काम करने के पहले साल में सामानों की आवाजाही बहुत खराब थी। सामानों की सप्‍लाई रुक जाती थी जिससे कर्मचारियों को बिना खाये ही रहना पड़ता था। वर्ष 2005 में ऐसा समय आया जब कर्मचारियों ने विद्रोह कर दिया।

काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि द्वीप पर कर्मचारी उस समय खुद को गुलाम की तरह महसूस कर रहे थे। इंजीनियर काम अच्छे ढंग से कर रहे थे लेकिन खाने और सिगरेट की सप्‍लाई नहीं होने से भड़क गए थे। जिसकी खबर सुनकर कंपनी ने रात को ही उस द्वीप पर हेलिकॉप्‍टर से चिकेन और सिगरेट भेजा तब जाकर कहीं कर्मचारी काम पर लौटे थे।

एलन मास्क का इस द्वीप पर आने का कोई इरादा नहीं था। लेकिन अमेरिकी वायुसेना ने कैलिफोर्निया से रॉकेट को लॉन्‍च करने के कंपनी को अनिश्चित समय के लिए पाबंदी लगा दी थी। अब प्रोजेक्ट में हो रही देरी की वजह से एलन मस्‍क इस द्वीप पर आए।  यह द्वीप अमेरिकी आर्मी के नियंत्रण में था। अमेरिकी आर्मी और एलन में बनने लगी। वहीं यह द्वीप भूमध्‍य रेखा पर होने के कारण सैटेलाइट लॉन्‍च करने के लिए उपयुक्‍त भी था। 

इन वजहों से एलन मास्क ने अपने प्रोजेक्ट के लिए यह द्वीप चुना।

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