भारत ने दिखाई सच्ची मित्रता, दिया 20 देशों को 2.30 करोड़ कोरोना टिका ।

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विश्व में कोरोना से लड़ाई में भारत की भूमिका अहम है। कोरोना से जंग जितने में पूरा विश्व लगा है। वहीं भारत विश्व में अग्रणी देश बन अन्य देशों को इस महामारी से लड़ने में सहायक बन रहा है। 

जी हां दोस्तों भारत की महानता सदियों से है, यह आज की कोई नई बात नहीं हैं। जब भी दुनियाँ में विपत्तियां आई, भारत ने उनसे लड़ने में अहम भूमिका निभाई है।

विश्व व्याप्त महामारी कोविड-19 से जहां एक ओर भारत भी लड़ रहा है वहीं अन्य देशों के लिए सच्ची मित्रता भी निभा रहा है। 

आपको बता दें कि भारत अपने यहां बनाई गई वैक्‍सीन को अन्य देशों में वैक्सिनेशन के लिए भेज रहा है। साथ ही विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के कोवैक्‍स योजना में भरपूर सहयोग भी दे रहा है।भारत अब तक विश्व के 20 देशों को लगभग 2.30 करोड़ वैक्सीन मदद के तौर पर दिए है।

भारत ने वैक्‍सीन डिप्‍लोमेसी में पड़ोसी देशों को सबसे पहले प्राथमिकता (Neighborhood First Policy) दी है।  सीरम इंस्टिट्यूट द्वारा बनाई गई  कोविडशील्‍ड वैक्‍सीन अब तक विश्व के लाखों लोगों को दी जा चुकी है। उन देशों को उम्‍मीद है कि भारत इस विकट घड़ी में उनका साथ अवश्य देगा। 

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अनुराग श्रीवास्‍तव ने पत्रकारों को बताया है कि भारत आने वाले दिनों में वैक्सीन की और खुराकें अन्य देशों को देगा। 

भारत ने किन देशों को कोरोना की वैक्सीन दी है ?

भारत ने 21 जनवरी को वैक्‍सीन मैत्री कार्यक्रम के अंतर्गत कोरोना की वैक्‍सीन अन्‍य देशों में भेजने की शुरुवात सबसे पहले की थी।  इस कार्यक्रम के अंतर्गत वैसे देश हैं जो छोटे और आर्थिक रूप से कमजोर हैं। भारत ने ऐसे देशों को वैक्सीन की खुराकें  मदद के तौर पर मुफ्त दी हैं । 

भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से प्राप्त जानकारी केअनुसार करीब 60 लाख से अधिक की खुराक मदद के तौर पर और 1 करोड़ 60 लाख खुराक व्यावसायिक तौर पर पडोसी देशों को भेजीं है। मंत्रालय के मुताबिक अभी तक मदद के तौर पर म्‍यांमार-10.7 लाख, बांग्‍लादेश -20 लाख, भूटान – डेढ लाख, नेपाल – 10 लाख, श्रीलंका – 5 लाख,  मॉरिशस – एक लाख, सिशेल्‍स – 50 हजार , बहरीन – 1 लाख, ओमान – 1 लाख, अफगानिस्‍तान – 5 लाख, बारबाडोज – 1 लाख और डोमनिक रिपब्लिक – 70 हजार वैक्‍सीन की खुराके दी जा चुकी हैं। वहीँ व्यावसायिक तौर पर  बांग्‍लादेश – 50 लाख, म्‍यांमार को 20 लाख, अल्‍जीरिया – 50 हजार, ब्राजील – करीब 20 लाख, मोरक्‍को – 60 लाख, मिस्र – 50 हजार, दक्षिण अफ्रीका – 10 लाख, यूएई और कुवैत को 2 – 2 लाख की खुराके दी हैं। 

आपको यह भी बता दें कि भारत ने जिन देशों को कोरोना वैक्‍सीन की खुराक दी है  वो भारत की प्राथमिकता में थे। कुछ देशों ने इसके लिए अपील भी की थी। कनाडा ने भी भारत से कोरोना वैक्‍सीन खुराक कि मांग की है। वैक्‍सीन अब तक वहां भेजी गई है या नहीं विदेश मंत्रालय ने इस विषय पर कुछ भी नहीं बताया है। प्रवक्‍ता  विदेश मंत्रालय का कहना है कि देश में वैक्‍सीन की उपलब्‍धता और नेशनल वैक्‍सीन प्रोग्राम के अनुसार ही इस पर कोई फैसला लिया जाएगा।

क्या पाकिस्‍तान भारत के इस वैक्‍सीन डिप्‍लोमेसी का हिस्‍सा है ?

नहीं,  भारत के इस वैक्‍सीन डिप्‍लोमेसी का हिस्‍सा अबतक पाकिस्तान नहीं हैं।  पाकिस्‍तान को छोड़कर भारत के सभी पड़ोसी देश इसमें शामिल हैं। पाकिस्तान का अड़ियल रवैया और चीन के उकसाने पर भारत के खिलाफ रहना उसके लिए नुकसान भरा है। साथ ही पाकिस्‍तान की ओर से भी भारतीय वैक्‍सीन के लिए किसी तरह की आधिकारिक पहल नहीं की गई है। 

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