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झारखंड

भारतीय गैर सरकारी शिक्षक संघ (IPTA) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. परमानंद मोदी ने मीडिया से की बातचीत

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जमशेदपुर (झारखंड): भारतीय गैर सरकारी शिक्षक संघ (IPTA) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संस्थापक डॉ. परमानंद मोदी ने संगठन के विचारधारा और उद्देश्यों को लेकर मीडिया से बातचीत की। यह प्रेस वार्ता साकची, जमशेदपुर स्थित संगठन के कार्यालय में आयोजित की गई, जहां पत्रकारों ने संगठन की कार्ययोजना पर सवाल किए।

डॉ. परमानंद मोदी ने स्पष्ट किया कि संगठन का मुख्य उद्देश्य देश के 50 लाख से अधिक निजी शिक्षकों के लिए “शिक्षक सम्मान योजना” को जल्द से जल्द लागू करवाना है। साथ ही, उन्होंने संविधान में निजी शिक्षकों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष अधिनियम (एक्ट) बनाए जाने की मांग दोहराई।

संविधान में विशेष एक्ट की मांग

जब मीडिया द्वारा यह पूछा गया कि वह संविधान में किस प्रकार का एक्ट चाहते हैं, तो डॉ. मोदी ने संक्षिप्त उत्तर में कहा कि यदि सरकार एक अधिनियम बनाती है, तो शिक्षा बजट में IPTA संगठन भी एक अंशदाता बन सकेगा। इससे निजी शिक्षकों को भी सरकारी लाभ और संरक्षित अधिकार प्राप्त होंगे।

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पटना में भव्य कार्यक्रम का आयोजन

डॉ. मोदी ने आगे बताया कि इस मांग को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूती से उठाने के लिए 26 मई 2025 को बिहार की राजधानी पटना में IPTA के स्थापना दिवस पर एक विशाल कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर “IPTA संदेश” नामक पुस्तक का विमोचन किया जाएगा, जो संगठन के उद्देश्यों और शिक्षकों के अधिकारों पर आधारित होगी। उनका मानना है कि इस आयोजन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी तक उनकी आवाज़ अवश्य पहुंचेगी।

कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य हस्तियां

इस प्रेस वार्ता में कई वरिष्ठ पत्रकार और संगठन के पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:

  • कमलेश गिरि (वरिष्ठ पत्रकार एवं संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता)
  • मोहम्मद कलीम (वरिष्ठ पत्रकार एवं राष्ट्रीय संगठन मंत्री)
  • अनिल मौर्य (संपादक)
  • आनंद कुमार (संपादक)
  • विश्वजीत (वरिष्ठ पत्रकार)
  • सलमान खान (उर्दू अखबार के कोल्हान प्रभारी)

डॉ. मोदी ने अंत में सभी मीडिया कर्मियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि “हमारी संगठन की बातें देश के आला अधिकारियों और देशभर के सभी निजी शिक्षकों तक पहुंचे, यही हमारा आग्रह है।”

वीडियो देखें : 

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