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झारखंड

भारतीय गैर सरकारी शिक्षक संघ IPTA की 337वीं बैठक संपन्न, प्राइवेट विद्यालयों के समर्थन में लिया बड़ा फैसला

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रघुनाथपुर, सरायकेला (झारखंड) : भारतीय गैर सरकारी शिक्षक संघ सह समाजसेवी संस्था IPTA की 337वीं बैठक आज रामकृष्णा इंग्लिश स्कूल, रघुनाथपुर, सरायकेला झारखंड के कैंपस में संपन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता माननीय सुखदेव डांगर जी ने की।

बैठक में मुख्य रूप से यह निर्णय लिया गया कि किसी भी राज्य में प्राइवेट विद्यालयों पर अंकुश लगाने एवं उनकी मान्यता रद्द करने की किसी भी कार्रवाई के खिलाफ संगठन मजबूती से खड़ा रहेगा। IPTA ने सभी निजी विद्यालय संचालकों, शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं को आश्वस्त किया कि कोई भी विद्यालय बंद नहीं होगा। संगठन इस मुद्दे को राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक गंभीरता से उठाएगा।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिला, राज्य एवं केंद्र स्तर की पुरानी समितियों को निरस्त कर नई समितियों के गठन पर विचार किया जाएगा। बैठक के दौरान रामकृष्णा इंग्लिश स्कूल के संचालक ने कहा कि देश में शिक्षा का असली अलख जगाने का कार्य निजी विद्यालय कर रहे हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष ने सरकार से शिक्षकों की स्थिति पर ध्यान देने का आग्रह किया।

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झारखंड प्रदेश महासचिव माननीय आनंद गौर जी ने संगठन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए देश के 50 लाख से अधिक निजी शिक्षकों को संगठन से जुड़ने की अपील की। नारी शक्ति की ओर से अंजू महतो ने महिला शिक्षकों को एकजुट होने का आह्वान किया और नारा दिया— “ना झंडे से, ना डंडे से, हम अपना अधिकार लेंगे कलाम के फंडे से।”

बैठक में शिक्षक इकबाल हुसैन के संघर्ष की चर्चा भी की गई। वे एक दुर्घटना के कारण विद्यालय संचालन से दूर हो गए, लेकिन आज भी अपनी मधुर आवाज़ में कविता, गीत, राष्ट्रगीत और भजन गाकर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को प्रेरित कर रहे हैं।

बैठक के अंत में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी को भरोसा दिलाया कि “शिक्षक सम्मान योजना” को राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक लागू करवाया जाएगा। साथ ही, संविधान में शिक्षकों की भूमिका को स्थापित करने की दिशा में संगठन लगातार प्रयास करेगा। इस संकल्प के साथ बैठक का समापन हुआ।

बैठक में उपस्थित प्रमुख सदस्य: डॉ. परमानंद मोदी, आनंद गौर, सुखदेव डांगर, प्रवीण कुमार सिंह, सरदार इकबाल हुसैन, अंजू महतो, संध्या रानी बेरा, अनुपम महतो, महेंद्र महतो, विमल गोराई, ललू दास, कल्पना कुमारी समेत कई गणमान्य शिक्षक एवं शिक्षिकाएं।

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