जमशेदपुर | झारखण्ड
सांस्कृतिक, आर्थिक, व्यापारिक रूप से भारत अखंड भारत के देशो का एक केंद्र बने. केंद्र में ऐसी सरकार बने जिसके आने से अपना भले हीं नुकसान हो जाए लेकिन देश का नुकसान नहीं होना चाहिए – विधायक सरयू राय
भाजमो जमशेदपुर महानगर के तत्वावधान में भाजमो जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव की अध्यक्षता में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या को सिदगोड़ा स्थित सोन मंडप में अखंड भारत संकल्प दिवस मनाया गया. इस दौरान मुख्य रूप से जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय उपस्थित हुए. सरयू राय ने अपने संबोधन में कहा की दिनांक 14 अगस्त को पाकिस्तान भारत से अलग हुआ. भारत को 15 अगस्त को आजादी मिली किंतु यह आजादी अधुरी थी. एक बड़ा हिस्सा भारत माता का कट गया. आज भारत का एक खंड है कन्याकुमारी से कश्मीर तक.
हम अखंड भारत का सपना देखते है. इतिहास में सम्राट अशोक के समय भारत विकसित था भारत के नक्शे में सभी भुगोल थे. अफगानिस्तान, पाकिस्तान, श्री लंका, नेपाल, बरमा, सिक्किम, भूटान इत्यादी देश भारत का हिस्सा थे. अखंड भारत के लिए दक्षिण पूर्वी एशिया का भुगोल सांस्कृतिक रूप से एक होना चाहिए.अलग-अलग वेषभूषा, बोली, विधान हो लेकिन भाव एक होना चाहिए. उत्तर पश्चिम दिशा में चीन सबसे कटु देश है. चीन ने पाकिस्तान को भारी कर्ज दिया. कर्ज तले पाकिस्तान दब गया है. आज यह परिस्थिति उत्पन्न हो गई है की पाकिस्तान के बहुत सारे इलाके को चीन अपने अधिन करना चाहते है. इसी तरह चीन ने लंका में भी डेरा डाला है. लंका की सरकार को कर्ज दिया है. चीन प्रशांत महासागर, हिंद महासागर में पाँव फैला रहा है. भारत को अपनी समुद्री सीमा कि रक्षा करने के लिए आवश्यक कदम उठाना चाहिए.
आज सांस्कृतिक चेतना का विस्तार होना चाहिए. कोई देश ऐसा नहीं है जिसमें हिंदु और बौध संस्कृति का अवशेष नहीं है. भारत में जितने भी बंदरगाह है वे सभी सक्रीय हो जाएँ तो पूर्व के सभी देश भारत के साथ ही व्यापार की संधि करेगे. इसके लिए आवश्यक है की भारत एक बड़ी शक्ती के रूप में अपने संस्कृति का विस्तार करे.
महर्षी अरविंद ने सपना देखा था की आजाद भारत एक केंद्र बनेगा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का. सांस्कृतिक अखंड भारत की कल्पना को साकार करना हम सभी का दायित्व है. राजनीति रूप से सभी देश भले ही एक नहीं हो लेकिन सांस्कृतिक रूप से एक होना चाहिए. सांस्कृतिक एकता कायम रखनी चाहिए. यह निश्चय करना होगा की सांस्कृतिक, व्यवसायिक और आर्थिक रूप से भारत एक मजबुत केंद्र बने. इसके लिए यह आवश्यक हो की केंद्र में जो सरकार बनाने वाली ताकत हो वे भी इस विचार की हो. टुकडे टुकड़े करने वाले दल यदि केंद्र की सरकार में आ जाँए तो कभी यह परिकल्पना साकार नहीं हो सकती. एसी शक्ती सरकार के रूप में केंद्र में होनी चाहिए जो अखंड भारत को विस्तार करे. एसी सरकार केंद्र में बने जिससे अपना भले ही नुकसान हो जाए लेकिन देश का नुकसान नहीं होना चाहिए. हिंदु, मुस्लिम, सिख ,इसाई मिलकर रहेंगे और एक ही संस्कृति के वाहक बनेंगे तभी अखंड भारत संकल्प दिवस मनाने का उद्देश्य पुरा होगा.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाजमो जिला के पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, मोर्चा अध्यक्ष, महिलाए एवं युवा कार्यकर्ता उपस्थित थे.