जमशेदपुर । जमशेदपुर पश्चिम के विधायस सरयू राय ने कहा है कि बन्ना गुप्ता के संरक्षण में चल रहे आपराधिक गिरोह अब आपस में ही लड़ने लगे हैं। शास्त्री नगर के आलोक भगत की हत्या बन्ना समर्थित आपराधिक गिरोहों की परपस्पर प्रतिद्वंदिता का ही परिणाम है। सत्ता का दबाव हटते ही बन्ना गुप्ता के संरक्षण में चल रहे गिरोह आपस में ही भिड़ने लगे हैं।
यहां जारी एक बयान में श्री राय ने कहा कि जिन लोगों को हथियार बना कर बन्ना गुप्ता ने पिछले पांच वर्षों में जमशेदपुर में भय और आतंक का साम्राज्य खड़ा किया था, वे अब खुद भयभीत और आतंकित हैं। उनका यह भय और आतंक कहीं बाहर से नहीं बल्कि एक ही थैली के चट्टे-बट्टों का आपसी संघर्ष है। पुलिस इसकी छानबीन करे और बन्ना गुप्ता द्वारा पिछले पांच वर्षों में कायम किये गये भय और आतंक के माहौल का पर्दाफाश करे। उनके संरक्षण में चल रहे गिरोहों की परस्पर प्रतिस्पर्धा पर पुलिस नजर रखे।
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श्री राय ने कहा कि खुफिया विभाग जरूरी दस्तावेज जुटाये ताकि आगे ऐसी घटनाएं ना हों। उन्हें उम्मीद है कि जमशेदपुर पुलिस इस घटना का पर्दाफाश करेगी और इस मामले की तह तक जाएगी। अब बन्ना गुप्ता खुद भयभीत हो रहे हैं। उनके भय का कारण भी उनके द्वारा पोषित आपराधिक गिरोह ही हैं। जमशेदपुर पुलिस को पर्याप्त प्रयास करना चाहिए और बन्ना समर्थित आपराधिक गिरोहों की शिनाख्त समय पर करनी चाहिए।