बढ़ते महिला अपराध, वादाखिलाफी और अत्याचार पर भाजपा महिला मोर्चा ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष किया आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन, हेमंत सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी, सांसद विद्युत महतो ने कहा- महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा देने में विफल साबित हुई हेमंत सरकार।
● निर्मम हत्या- जघन्य अपराध से महिलाओं में डर और असुरक्षा का माहौल: बारी मुर्मू
जमशेदपुर: झारखंड की महिलाओं पर बढ़ते अपराध, अत्याचार और दुष्कर्म की घटना आये दिन सुर्खियों में बनी रहती है। पिछले कुछ वर्षों में पूरे प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार की घटना बढ़ी हैं। कहीं नाबालिग बच्चियों के साथ गैंगरेप तो कहीं पर लव जिहाद के नाम पर हत्या तो कहीं महिला को डायन बताकर हत्या हो रही है। राज्य में बढ़ते महिला अपराध, वादाखिलाफी और अत्याचार पर भाजपा महिला मोर्चा के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए हैं।
बुधवार को भाजपा जमशेदपुर महानगर एवं पुर्वी सिंहभूम जिला के संयुक्त तत्वावधान में हजारों महिला कार्यकर्ताओं ने जिला उपायुक्त कार्यालय के समक्ष आक्रोश प्रदर्शन किया। जमशेदपुर महानगर मोर्चा जिलाध्यक्ष ज्योति अधिकारी एवं पुर्वी सिंहभूम मोर्चा अध्यक्ष माला डे के नेतृत्व वाली आक्रोश प्रदर्शन में हजारों महिला कार्यकर्ताओं ने साकची स्थित जिला भाजपा कार्यालय से पुराना बुक स्टोर के रास्ते सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए हाथों में पोस्टर लेकर उपायुक्त कार्यालय तक कूच किया।
आक्रोश प्रदर्शन में जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व सांसद आभा महतो, कार्यक्रम के कोल्हान सह प्रभारी गीता बालमुचू, पूर्व विधायक मेनका सरदार, जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष कल्याणी शरण, भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा, पुर्वी सिंहभूम जिलाध्यक्ष चंडी चरण साव व अन्य मौजूद रहे। इस दौरान पार्टी की ओर से जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर बढ़ते महिला अपराध पर अंकुश लगाने की मांग की गई।
प्रदर्शन में शामिल महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि आज झामुमो-कांग्रेस की गठबंधन सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। जमशेदपुर सहित पूरे प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। सरकार महिलाओं को न्याय दिलाने में असमर्थ है, इसलिए हम महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं एवं आमजनों ने निरंकुश सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद किया है।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि झारखंड में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध चिंता और दुःख की बात है। जमशेदपुर सहित संथाल और पूरे प्रदेश में महिलाओं के साथ वीभत्स घटनाएं लगातार हो रही है। आज राज्य में कानून व्यवस्था की ऐसी हालत हो गयी है कि यहां कोई भी सुरक्षित महसूस नही कर रहा है।
बहन, बेटियों के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं लगातार हो रही हैं और अपराधियों को गिरफ्तार करने में शासन- प्रशासन पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है। सांसद विद्युत महतो ने कहा कि महिलाओं से कई वादे करने के बाद हेमंत सरकार ने अब तक सिर्फ झूठी घोषणाओं और वादों से जनता को दिग्भ्रमित करने का काम किया है। प्रदेश में जिस तरह से घटनाएं हो रहे हैं उससे यह लगने लगा है कि झारखंड में महिलाएं किसी भी रूप में सुरक्षित महसूस नही कर रही है।
जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू ने कहा कि महिलाओं से दर्जनों वादे कर सत्ता में आने वाली झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार ने पिछले साढ़े चार वर्षों में सिर्फ लूट और भ्रष्टाचार की नई इबारत लिखकर झारखंड का नाम पूरे देश में रौशन किया। राज्य में निर्मम हत्या- जघन्य अपराध से महिलाओं में डर और असुरक्षा का माहौल व्याप्त है।
चुनाव से पूर्व हेमंत सरकार ने प्रति परिवार को 72 हजार रुपया, पेंशन को तीन हजार करने, 2 हजार प्रतिमाह चूल्हा खर्च देने समेत आवास योजना में तीन लाख रुपये देने का बड़ा वादा किया था। लेकिन चुनावी नैया को पार करने और जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए अब सिर्फ 2 महीने के लिए 1 हजार प्रतिमाह देने का ढोंग कर जनता को ठगने में लग गए हैं। हम सरकार की ठगने वाली इस योजना पर जनता को घर-घर जाकर जागरूक करेंगे।
वहीं, जमशेदपुर महानगर मोर्चा जिलाध्यक्ष ज्योति अधिकारी ने कहा कि जमशेदपुर एवं विभिन्न जिलों में दुष्कर्म और हत्या के मामले में हेमंत सरकार ने अपराधियों को संरक्षण देने का काम किया है। कई मामलों के खुलासे अब तक नही हुए है। खुदको आदिवासियों की सरकार कहने वाली हेमंत सरकार में जनजातीय समाज की महिलाओं पर सबसे अधिक अत्याचार और आपराधिक घटनाएं हुई है। आगामी विधानसभा चुनाव में महिला मोर्चा के कार्यकर्ता जनता के बीच जाकर सरकार के चाल चरित्र और चेहरा को बेनकाब करेंगे और इस चुनाव में सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगे।
भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने हेमंत सरकार पर ध्वस्त विधि-व्यवस्था और गिरते स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि झामुमो-कांग्रेस की सरकार में पूरे प्रदेश में जंगलराज कायम हो गया है। चारों तरफ हाहाकार और अराजकता का माहौल है। हेमंत सरकार के साढ़े चार वर्ष के शासन में नक्सली घटना, दुष्कर्म, अपहरण और हत्या, लूट के आंकड़ें चौकाने वाले हैं। महिला सुरक्षा को लेकर सरकार की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगता है कि एक के बाद एक राज्य के हर जिले में दुष्कर्म की घटनाएं घट रही हैं। कहा कि सरकार की विधि व्यवस्था को लेकर ढुलमुल नीति के कारण अपराधियों की हिम्मत बढ़ी है जिससे राज्य की बहन-बेटियां और आमजन खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
आक्रोश प्रदर्शन को पूर्व सांसद आभा महतो, पूर्व विधायक मेनका सरदार, कार्यक्रम की कोल्हान संयोजक गीता बालमुचू ने भी संबोधित करते हुए हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान धन्यवाद ज्ञापन पुर्वी सिंहभूम मोर्चा जिला महामंत्री काजल महाकुड़ ने किया।
आक्रोश प्रदर्शन में जमशेदपुर महानगर महिला मोर्चा अध्यक्ष ज्योति अधिकारी, पुर्वी सिंहभूम मोर्चा जिलाध्यक्ष माला डे, रेणु शर्मा, कार्यक्रम की जिला संयोजक नीलू मछुआ, जिप सदस्य कुसुम पूर्ति, रितिका मुखी, राजपति देवी, प्रीति सिन्हा, काजल महाकुड़, कृष्णा पाल, मिली दास, रीना चौधरी, लीना चौधरी, मीरा सिंह, ममता सिंह, सुशीला शर्मा, लक्ष्मी मिर्धा, नीनू कुदादा, सीमा मुंडा, सीमा जायसवाल, उर्मिला दास, मधु तांती, रूपा देवी, शीलू साहू, सरिता लाल, ममता लाल, गीता सिंघारी, गौरी कुमारी, रेणु झा, मीरा शर्मा, रामदुलारी देवी, कैलाशपति मिश्रा, बिमला साहू, सरस्वती साहू, लकी कौर, सुनीता देवदूत सोरेन, गीता मुर्मू, देबजनी मुर्मू, काकुली सिंह, तनुश्री नंदा, बांसुरी टुडू, संध्यारानी मंगल समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेतागण व कार्यकर्ता मौजूद रहे।