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झारखंड

प्राधिकार के द्वारा पुलिस (अनुसंधान अधिकारीयों) के मध्य “क्षमता वर्धन सह विधिक जागरूकता कार्यक्रम” का आयोजन

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डी एल एस ए ने किया पुलिस अनुसंधान पदाधिकारियों को प्रशिक्षित

चाईबासा (जय कुमार) : झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के तत्वावधान में वन प्रशिक्षण विद्यालय के सभागार में पुलिस पदाधिकारियों (अनुसंधान अधिकारीयों) के क्षमता वर्धन सह विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम मौहम्मद शाकीर, पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह, न्यायिक अधिकारी पूजा पांडेय और पी पी राम किंकर पांडेय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। तकनीकी सत्र की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ किया गया, जिले भर में पदस्थापित विभिन्न थानों के पुलिस अधिकारी इस कार्यशाला में शामिल हुए।

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प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा मौहम्मद शाकिर ने इस अवसर पर अपने संबोधन में (एम ए सी टी) मोटर दुर्घटना क्लेम ट्रिब्यूनल और एन डी पी एस कानूनों की बारीकियों के बारे मे विस्तार से जानकारी प्रदान की, उन्होंने बताया कि ऐसी कार्यशाला का उद्देश्य आपके संशय और जिज्ञासाओं में बेहतर समझ बनाने की है।

विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित पूजा पांडेय ने कहा कि पीड़िता को की सहायता के लिए उनकी ही भाषा की जानकर को उसकी सहायता के लिए रखा जाना चाहिए, स्वास्थ्य जांच के लिए नाबालिग पीड़िता के अभिभावकों से स्वीकृति लेनी चाहिए।

पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने विषय पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला, उन्होंने बताया कि पुलिस के अनुसंधान क्रम में दैनिक कार्यों में होने वाली आवश्यकताओं का आकलन और उसके निष्पादन में गुणवत्ता और समय सीमा के दृष्टिकोण से यह कार्यशाला बेहद लाभकारी साबित होगी।

ए पी पी राम किंकर पांडेय ने पुलिस की कार्यवाही और पीड़ित पक्ष के बयानों में बरती जाने वाली सावधानियों की चर्चा की,
पुलिस उपाधीक्षक कुमार विनोद ने पोक्सो एक्ट की महत्वपूर्ण प्रावधानों को साझा किया, उन्होंने पीड़ित मुआवजा योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बाल कल्याण समिति की भूमिका और महत्व का भी उल्लेख किया।

इस मौके पर आधिकारियों ने कई सवाल पूछे जिसका प्रत्युत्तर देकर उनका क्षमता वर्धन किया गया। मंच का संचालन प्राधिकार के सदस्य विकास दोदराजका ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने किया।

जानकारी हो कि पुलिस पदाधिकारियों अनुसन्धान अधिकारीयों (आई ओ) के क्षमता वर्धन के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर एल ए डी सी के मुख्य अधिकारी सुरेंद्र प्रसाद, उप मुख्य अधिकारी सुरेंद्र प्रसाद दास, और सहायक एल ए डी सी रत्नेश कुमार, जी पी पवन शर्मा और अधिकार मित्र भी उपस्थित थे।

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